गेहूं की बेहतर पैदावार के बाद भी खरीद में पिछड़ा मंडल
चित्रकूटधाम मंडल में इस वर्ष मौसम अनुकूल होने से गेहूं का रिकार्ड उत्पादन हुआ। इसके बाद भी मंडल लक्ष्य के मुकाबले
जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूट धाम मंडल में इस वर्ष गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होने के बावजूद मंडल लक्ष्य के मुकाबले 80 फीसद पर ही ठिठक गया। हालांकि चारों जिलों में महोबा की स्थिति कुछ बेहतर रही। यहां 93.44 फीसद गेहूं की खरीद हुई।
मंडल में पहली अप्रैल से गेहूं खरीद की प्रक्रिया शुरू हुई थी। शासन ने इस वर्ष गेहूं की बेहतर पैदावार देखते हुए चारों जिलों में 1.90 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया था। यह पिछले वर्ष से 35 हजार मीट्रिक टन ज्यादा था, लेकिन शुरुआती दौर में ही खरीद यहां हिचकोले खाने लगी। विपणन निरीक्षक और केंद्र प्रभारियों की हड़ताल के चलते तकरीबन एक माह खरीद की प्रक्रिया प्रभावित रही। मई में खरीद ने तेजी पकड़ी लेकिन कमीशनबाजी शुरू हो गई। ऐसे में तमाम किसानों ने केंद्रों के बजाय आढ़तियों के यहां गेहूं बेचना मुनासिब समझा। लिहाजा यहां सिर्फ 1.52 लाख मीट्रिक टन ही खरीद हो सकी। इनमें सभी सबसे अच्छी स्थित महोबा जनपद की रही। जहां 93.44 फीसद गेहूं खरीदा जा सका। यह स्थिति अन्य तीनों जिलों से अच्छी है। सबसे कम खरीद हमीरपुर व चित्रकूट में हुई।
समय बढ़ा फिर भी लक्ष्य दूर
शासन ने शुरुआती दौर में माह भर चली हड़ताल का औसत पूरा करने के लिए खरीद का समय दस दिन बढ़ाया। पहले 15 जून तक खरीद होनी थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 25 जून कर दिया गया। हालांकि अधिकारी लक्ष्य पूरा करने में नाकाम रहे।
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किसानों का अभी 85 लाख बकाया
गेहूं क्रय केंद्रों पर खरीद बंद हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक किसानों को भुगतान नहीं किया जा सका है। हमीरपुर जिले में किसानों को 41.59 लाख और महोबा जिले में पीसीएफ खरीद केंद्रों पर 44.35 लाख रुपये बकाया हैं, जबकि किसानों को 72 घंटे में भुगतान के निर्देश दिए गए थे।
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मंडल में खरीद की स्थिति :
जिला लक्ष्य खरीद फीसद
महोबा 30000 28033 93.44
बांदा 69500 56000 80.57
चित्रकूट 24000 18119 75.49
हमीरपुर 66500 50104 75.34
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योग- 190000 152256 81.21
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गेहूं खरीद में हड़ताल का काफी असर पड़ा है। देर से खरीद होने के कारण लक्ष्य से कम खरीद हुई है। किसानों का बकाया जल्द ही चुकाया जाएगा।
देवी प्रसाद, क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक, चित्रकूटधाम मंडल