अन्ना पशु मालिकों की प्रशासन तैयार कर रहा कुंडली
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेलखंड में अन्ना पशु किसानों के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। इस पर अ
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेलखंड में अन्ना पशु किसानों के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन अब सख्त कदम उठाने जा रहा है। जिला अन्ना प्रथा उन्मूलन समित के माध्यम से ऐसे पशुमालिकों की कुंडली तैयार की जा रही है। सोमवार को सदर तहसीलदार की अगुवाई में 12 ग्राम पंचायतों में समिति की बैठकें हुईं। इस दौरान तहसीलदार ने कहा कि तीन दिन में छुट्टा मवेशी बांध लें। अन्यथा उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
सोमवार को सदर तहसील के मवई बुजुर्ग गांव में तहसीलदार ने चौपाल लगाई। इस दौरान गांव भर के किसान इकट्ठा हुए। तहसीलदार अवधेश कुमार निगम ने कहा कि डीएम के निर्देश पर तहसील की 89 ग्राम पंचायतों अन्ना प्रथा के प्रति लोगों को जागरूक करने व समझाने के लिए और अपने-अपने गोवंश बांधने के संबंध में चौपाल लगाई जा रही हैं। सोमवार को महोखर, मटौंध, जमनीपुर, गुरेह मवई समेत क्षेत्र की 12 ग्राम पंचायतों में किसानों के साथ बैठक की गईं। किसानों को अन्ना जानवर बांधने के लिए प्रेरित किया गया। तहसीलदार ने स्पष्ट किया कि पशुपालकों को तीन दिन की मोहलत दी जा रही है। इस दौरान अपने अन्ना जानवर खोजकर बांध लें। यदि इस आदेश का अनुपालन नहीं करते तो उनके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। कहा कि ग्राम पंचायत वार अन्ना पशु मालिकों का ब्योरा तैयार किया जा रहा है। इस दौरान किसानों ने अन्ना पशुओं से होने वाले नुकसान के बारे में अधिकारियों से बताया।