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बारिश से खेती किसानी को मिली रफ्तार

जागरण संवाददाता बांदा मानसून भले ही नहीं आया लेकिन मौसम का मिजाज मानसून जैसा ही है। जून

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 11:15 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 11:15 PM (IST)
बारिश से खेती किसानी को मिली रफ्तार
बारिश से खेती किसानी को मिली रफ्तार

जागरण संवाददाता, बांदा : मानसून भले ही नहीं आया, लेकिन मौसम का मिजाज मानसून जैसा ही है। जून के पहले पखवारे में 45 मिमी बारिश से किसानों को काफी राहत मिली। खेतों की जोताई के साथ धान की नर्सरी डालने की तैयारियां चल रही हैं। मौसम विज्ञानी भी प्री मानसूनी बारिश को खेती के लिहाज से बेहतर मानते हैं।

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जिले में खरीफ कृषि का मुख्य सीजन है। मानसून के आगाज के साथ खेती भी रफ्तार पकड़ ली है। यहां मुख्य रूप से धान, ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उर्द, तिल की फसलें बोई जाती हैं। सर्वाधिक रकबे में धान की पैदावार होती है। इस साल खरीफ में एक 38 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल का आच्छादन लक्ष्य है। गत वर्ष के लक्ष्य एक लाख 22 हजार 203 हेक्टेयर की तुलना में इजाफा किया गया है। इसमें सर्वाधिक 53 हजार 561 धान की रोपाई का रकबा शामिल है। धान का उत्पादन पानी पर निर्भर है। जून में ज्यादातर किसान नर्सरी तैयार करते हैं। जून का महीना किसानी के लिहाज से बेहतर कहा जा रहा है। जून के पहले पखवारे में 45 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। यूं तो आए दिन कभी हल्की तो कभी मध्यम वर्षा हो रही है। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक सात जून को 8.5, 11 जून को एक, 12 को 21, 15 को 15.5 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई। इस तरह से खेतों में नमी बनी रहने से जोताई आसान हो गई। वहीं जिन लोगों के पास सिचाई के साधन हैं उन्होंने खेत तैयार कर धान की नर्सरी डालने का काम शुरू कर दिया है।

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- जून के 15 दिनों में 15 मिमी बारिश से खेतों में नमी बनी रही है। यही कारण है कि ज्यादातर किसानों ने खेत तैयार करना शुरू कर दिया है। खेती के लिहाज से जून में अब तक का मौसम बेहतर रहा। मानसून के समय से आने की संभावना है। डा. दिनेश साह, मौसम विज्ञानी ----------------------------------

दिनभर सुहाना रहा मौसम

बांदा : आसमान में सुबह से बादल छाए रहे। शुक्रवार को बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी हुई। धूप भी निकली मगर नम हवा के चलते ज्यादा तेजी नहीं दिखा पायी। हवा के झोंकों से उमस भी नरम रही। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी ने बताया कि नमी 84 से 92 प्रतिशत तक रही। हवा की रफ्तार 113 किमी. प्रति घंटा उत्तर पश्चिम से रही। वहीं अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। दिनभर मौसम सुहाना बना रहने से लोग पार्कों व खुले स्थानों में टहलते नजर आए। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश ज्यादा होने से शादियों के कामकाज पर असर पड़ा।


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