निरीक्षण में खामियां मिलने पर चकबंदी अधिकारी समेत तीन को प्रतिकूल प्रविष्टि
संवाद सहयोगी बबेरू गुरुवार को तहसील और सरकारी भवनों के निरीक्षण में आए जिलाधिकारी हीरा लाल फुलफार्म में नजर आएं। कस्बे में आक्सीजन पार्क के निर्माण को लेकर उन्होंने अधिकारियों को न सिर्फ पार्क की रूपरेखा समझायी बल्कि भ्रष्टाचार से भी दूर रहने की हिदायत दी। कार्यदायी संस्था नगर पंचायत को भी सख्त ताकीद कि किसी भी दशा में काम में गुणवत्ता दिखनी चाहिए। लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी समेत
संवाद सहयोगी, बबेरू : तहसील और सरकारी भवनों के निरीक्षण में आए जिलाधिकारी हीरा लाल फुलफार्म में नजर आएं। कस्बे में आक्सीजन पार्क के निर्माण को लेकर उन्होंने अधिकारियों को न सिर्फ पार्क की रूपरेखा समझायी बल्कि भ्रष्टाचार से भी दूर रहने की हिदायत दी। कार्यदायी संस्था नगर पंचायत को भी सख्त ताकीद कि किसी भी दशा में काम में गुणवत्ता दिखनी चाहिए। लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी समेत तीन लोगों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है।
तहसील परिसर और उनके भवनों में गंदगी देखकर एसडीएम को जमकर फटकार लगाई। तहसील के पीछे हो रहे अवैध निर्माण पर तहसीलदार पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की।
जिलाधिकारी सबसे पहले नहर कोठी स्थित निरीक्षण भवन परिसर पहुंचे। यहां निष्प्रयोज्य भवनों को गिराकर उनसे निकली ईटों से बाउंड्री निर्माण और वहां नीम, पीपल, बरगद के बृक्ष लगाकर आक्सीजन पार्क बनाये जाने की रूपरेखा समझायी। नगर पंचायत के ईओ अमर बहादुर सिंह व सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविद कुमार पांडेय से स्टीमेट के बारे में जानकारी ली । ईओ ने बताया कि 32 लाख 52 हजार में सोलर लाइट, झूला, कुर्सी आदि पार्क में लगाया जाना हैं । इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आक्सीजन पार्क निर्माण में पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी बरतें । इसके बाद उन्होने तहसील के अंदर बने आपूर्ति विभाग, चकबंदी, निबंधन विभाग, एसडीएम व तहसीलदार कार्यालय के अलावा आय-जाति बनने वाले काउंटरों का भी निरीक्षण किया। वहां लगे जाला, और फटी गंदगीयुक्त फाइलें देखकर उनका पारा चढ़ गया। एसडीएम को तत्काल साफ- सुथरा बनाये रखने की निर्देश दिया। अलग- अलग भवनों में गंदगी पाये जाने पर आपूर्ति विभाग के लिपिक विभोर, नायब नाजिर राजा भइया के साथ चकबंदी अधिकारी महेंद्र यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। जिलाधिकारी ने कोतवाली का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने टापटेन अपराधियों की सूची तलब की। उन्होंने कोतवाली प्रभारी शशि कुमार पांडेय को निर्देश दिया कि जो कई वर्षों से शांत प्रिय जीवन व्यतीत कर कोई अपराध नही कर रहे हैं उन्हें सूची से बाहर किया जाये।