कोरोना से मौतों पर लापरवाही का लगाया आरोप, किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता बांदा मेडिकल कॉलेज में कोरोना से एक महिला व पुरुष की मौतों के बाद उन
जागरण संवाददाता, बांदा : मेडिकल कॉलेज में कोरोना से एक महिला व पुरुष की मौतों के बाद उनके स्वजन आक्रोशित हो गए। पोस्टमार्टम हाऊस में दोनों मृतकों के स्वजन व रिश्तेदारों ने उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि मरीजों की सही स्थिति तीमारदारों को नहीं बताई जाती है। उन्होंने कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाते हुए प्रदर्शन किया। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाकर किसी तरह शांत कराया है।
कोरोना के गंभीर मरीज राजकीय मेडिकल कॉलेज कोविड -19 अस्पताल में भर्ती कराए जा रहे हैं। सोमवार को संक्रमित एक महिला व एक पुरुष की मौत को लेकर उनके स्वजन आग बबूला हो गए। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर आक्रोशित लोगों ने कॉलेज में हो रहे उपचार में घोर लापरवाही करने का आरोप लगाया। उन्होंने इसके विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। कहा कि उनके मरीज सात दिन से अस्पताल में भर्ती थे। दम तोड़ने वाली महिला के पति भी संक्रमित होने से भर्ती हैं। तीमारदारों को अस्पताल की ओर से न पॉजिटिव आनी की रिपोर्ट में बताया जाता है और न दोबारा निगेटिव आनी की जानकारी दी जाती है। उनके गंभीर होने की भी कोई सूचना नहीं देते हैं। मौत होने पर सीधा उन्हें जानकारी दी है। कॉलेज में हो रहे उपचार की जांच कराई जाए। इसके अलावा सुबह से वह यहां बैठे हैं। अंतिम संस्कार की कई घंटे बाद भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे सभी रिश्तेदार व स्वजन परेशान हो रहे हैं। जिससे अन्य मरीजों के साथ इस तरह की दिक्कत न हो। एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान, एसडीएम सुधीर कुमार, सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा, कोतवाली प्रभारी जयश्याम शुक्ल ने किसी तरह समझाकर उन्हें शांत कराया। जांच कराए जाने का अधिकारियों ने आश्वासन दिया है। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. सुनील कौशल ने बताया कि कंट्रोल रूम से तीमारदारों को फोन से मरीजों के बारे में जानकारी दी जाती है। मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस में सील कराकर रखवा दिया जाता है। लापरवाही व अन्य लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह निराधार हैं।