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मिलों में नहीं भेजा गया 7,380 एमटी धान

जागरण संवादददाता, बांदा: चित्रकूट धाम मंडल की वर्ष 2017-18 की धान खरीद एजेंसियों के द्वारा अभी

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Mar 2018 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 09 Mar 2018 05:24 PM (IST)
मिलों में नहीं भेजा गया 7,380 एमटी धान

जागरण संवादददाता, बांदा: चित्रकूट धाम मंडल की वर्ष 2017-18 की धान खरीद एजेंसियों के द्वारा अभी तक खरीदे गए धान के सापेक्ष सात हजार 380 मीट्रिक टन धान

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मिलों में न भेजे जाने पर आरएमओ ने एजेंसी प्रबंधकों को कड़ी फटकार लगाई है। चेतावनी दी गई है कि यदि किसी भी प्रकार की शासकीय क्षति होती है तो उसके लिए संबंधित खरीद एजेंसी जिम्मेदार होगी। उन्होंने अपर जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में बताया कि जनपद में कर्मचारी कल्याण निगम द्वारा कुल एक हजार 773 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। लेकिन 540 मीट्रिक टन धान मिलों में नहीं भेजा गया है। पीसीयू ने जनपद में 11 हजार 111 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। जिसमें 3 हजार 46 मीट्रिक टन धान मिलों में नहीं भेजा गया है। नैफेड ने 2 हजार 202 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। जिसमें 371 मीट्रिक टन धान मिलों में नहीं भेजा गया है। यूपी एग्रो ने जनपद में 1 हजार 837 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। जिसमें 567 मीट्रिक टन धान मिलों में नहीं भेजा गया है। पीसीएफ ने जनपद में 6 हजार 970 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। लेकिन 1 हजार 759 मीट्रिक टन धान मिलों नहीं भेजा गया। इसी प्रकार जनपद चित्रकूट में पीसीएफ ने 5 हजार 138 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। लेकिन 902 मीट्रिक टन धान मिलों में नहीं भेजा गया है। इसी जनपद में यूपी एग्रो ने 783 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। लेकिन 195 मीट्रिक टन धान मिलों को नहीं भेजा गया है। जबकि शासन की मंशा के अनुरूप खरीदे गए धान का 90 फीसद धान मिलों में भेज दिया जाना चाहिए। कहा कि एजेंसियों के जिला प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अवशेष धान को मिलों में भेजना व भारतीय खाद्य निगम में सम्प्रदान कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा किसी भी प्रकार की शासकीय क्षति होने पर एजेंसी को उत्तरदायी माना जाएगा।


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