यूपी के इस जिले में चुनाव बाद घर-घर लगेंगे 4जी स्मार्ट मीटर, इस कंपनी को दिया गया ठेका
जनपद में विद्युत चोरी पर लगाम लगाने को विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। अब उपभोक्ताओं के यहां 4 जी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जिससे बिजली की वास्तविक खपत के अनुसार ही बिल देना पडे़गा। जनपद के विद्युत वितरण खंडों में एक सैकड़ा से अधिक स्थानों पर जिओ टैगिंग किया जा चुका है और लोकसभा चुनाव के बाद घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो जायेगा।
जागरण संवाददाता, बांदा। जनपद में विद्युत चोरी पर लगाम लगाने को विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। अब उपभोक्ताओं के यहां 4 जी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जिससे बिजली की वास्तविक खपत के अनुसार ही बिल देना पडे़गा। जनपद के विद्युत वितरण खंडों में एक सैकड़ा से अधिक स्थानों पर जिओ टैगिंग किया जा चुका है और लोकसभा चुनाव के बाद घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो जायेगा।
जनपद में विद्युत चोरी पर लगाम लगाने तथा बिलिंग में इजाफा करने के लिए पावर कारपोरेशन ने घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद शुरू कर दी है। बिजली चोरी रोकने समेत अन्य सुविधाओं के लिए बांदा विद्युत वितरण मंडल में 3 लाख 45 हजार 4जी स्मार्ट मीटर लगाने की विभाग की योजना है।
तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
स्मार्ट मीटर लगाने के लिए पॉवर कारपोरेशन और जीनस पॉवर सल्यूशंस लिमिटेड कंपनी ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जिले के विद्युत वितरण खंडों में करीब एक सैकड़ा से अधिक स्थानों पर जियो टैगिंग किया जा चुका है।बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली चोरी के मामलों पर अंकुश लगेगा और उपभोक्ता उपयोग के अनुसार ही बिल अदा करेंगे। कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी के कर्मचारियों ने विभिन्न स्थानों पर जियो टैगिंग का काम शुरू कर दिया है और अगले माह से नगरीय विद्युत वितरण खंड से स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत की जा सकती है।
उधर अधिशाषी अभियंता विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रकाश देव पांडेय का कहना है कि 4जी स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली चोरी पर रोक लगेगी। साथ ही लाइन लास व कटियाबाजी से निजात मिलेगी। 4 जी स्मार्ट मीटर में आन आफ का विकल्प भी होगा। जिससे उपभोक्ताओं को बिजली की वास्तविक खपत के अनुसार ही बिल देना पड़ेगा।
मोबाइल की तरह रिचार्ज होंगे स्मार्ट मीटर
अधिशाषी अभियंता प्रकाश देव पांडेय ने बताया कि स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह ही रिचार्ज कर सकेंगे। मीटर पर रुपए खत्म होने पर ऑनलाइन ही बिजली कनेक्शन भी काट दिया जाएगा। इससे बिजली कर्मियों को घर-घर जाकर मीटर की रीडिंग लेने से छुटकारा मिल सकेगा। साथ ही गलत रीडिंग और बिल से संबंधित शिकायतों से भी निजात मिलेगी।
मीटर की रीडिंग ऑनलाइन कंट्रोल रूम से ही लेकर बिल जनरेट कर दिया जाएगा और बिल का पूरा डिटेल मीटर पर ही डिस्प्ले होने लगेगा। कंट्रोल रूम से ही यह भी पता लगाया जा सकेगा कि किस ट्रांसफार्मर पर बिजली चोरी की जा रही है।स्मार्ट मीटर में खास बात यह भी होगी कि उसमें ऑन-ऑफ करने का विकल्प भी मिलेगा, जिससे उपभोक्ता घर से बाहर जाने पर मीटर को बंद कर सकता है। कुल मिलाकर स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को उतना ही बिल देना होगा जितने का वह उपयोग करेगा।
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