देश का 49 फीसद दलहन बुंदेलखंड से, जैविक खेती से बढ़ाएं : शाही
त्रियों अधिकारियों विशेषज्ञों ने किया बुंदेलखंड के विकास पर मंथन -कृषि विवि में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में बनी विकास की भावी रणनीति जागरण संवाददाता बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि दलहन का बुंदेलखंड में 49 फीसद पैदावार होती है। बुंदेलखंड की तस्वीर बेहतर दलहन उत्पादन से बदली जा सकती है। इसके लिए यहां उत्पादन के साथ बेहतर विपणन की आवश्यकता है। सरकार इस पर कार्य कर रही है। उन्होंने जैविक व व्यवसायिक खेती अपनाने के साथ कृषि की अत्याधुनिक तकनीक के जरिए पैदावार बढ़ाने पर जोर दिया।
जागरण संवाददाता, बांदा : प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि देश की कुल दलहन पैदावार का 49 फीसद हिस्सा बुंदेलखंड में होता है। जैविक व व्यावसायिक खेती अपनाने के साथ अत्याधुनिक तकनीक से पैदावार बढ़ा कर स्थिति और बेहतर की जा सकती है। उत्पादन के साथ ही मजबूत विपणन की भी जरूरत है। प्रदेश सरकार इसके साथ ही बुंदेलखंड के विकास के लिए काम कर रही है। वह कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेस से यहां विकास के दरवाजे खुलेंगे। युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुपालन, बागवानी इत्यादि क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर किसान आय बढ़ाएं।
15 फीसद हिस्से में बागवानी, 30 से 40 फीसद करेंगे : चौहान
उद्यान मंत्री श्रीराम चौहान ने कहा कि उद्यान में विकास की अपार संभावनाएं हैं। बुंदेलखंड में महज 15 फीसद हिस्से में बागवानी हो रही है। इसका दायरा वर्ष भर में बढ़ाकर 30 से 40 फीसद किया जाएगा। उन्होंने किसानों को कृषि के साथ मत्स्य पालन, गोपालन, बागवानी और मुर्गीपालन को भी शामिल करना चाहिए।
(इनसर्ट)
मील का पत्थर साबित होगा बुंदेलखंड विकास बोर्ड
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड व कृषि विश्वविद्यालय बुंदेलखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। उद्यान महाविद्यालय के बहुउद्देशीय हाल में आयोजित कार्यक्रम में बुंदेलखंड विकास बोर्ड अध्यक्ष कुंवर मानवेंद्र सिंह व उपाध्यक्ष राजा बुंदेला, आइआइएफएसआर मेरठ के निदेशक डा.एएस पवार, मत्स्य पालन के विशेष सचिव डॉ.एसके सिंह, पशुपालन यूनिवर्सिटी मथुरा के कुलपति डॉ.जीके सिंह व पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीना ने बुंदेलखंड में विकास की संभावनाओं व सरकार के प्रयासों की चर्चा की। अलग-अलग विभागों के प्रमुख सचिव, विशेषज्ञों व जनप्रतिनिधियों ने बुंदेलखंड के विकास की भावी रणनीति पर चर्चा की। समस्याओं को लेकर प्रजेंटेशन भी दिया गया। कुलपति डॉ.यूएस गौतम ने बुंदेलखंड की कृषि समस्याएं रखते हुए समाधान के उपाय भी सुझाए।