खेती में निपुण होंगी जिले की 3500 महिला किसान
जागरण संवाददाता, बांदा : महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत महिलाओं को जैविक व उन्
जागरण संवाददाता, बांदा : महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत महिलाओं को जैविक व उन्नतिशील खेती में दक्ष किया जाएगा। मध्य प्रदेश के छह जिलों से आने वाली टीमें जिले की 3500 महिला किसानों को प्रशिक्षित करेंगी।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समूहों से जुड़कर तकरीबन 70 हजार महिलाएं बकरी पालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, सोलर लैंप निर्माण, गाय पालन, सिलाई-कढ़ाई, कृषि फार्म मशीनरी आदि व्यवसाय कर रही हैं। अब एनआरएलएम विभाग इसमें नई और उन्नतिशील तकनीक अपनाना चाहता है। इसके तहत जिले भर से स्वयं सहायता समूह की 3500 महिला किसानों का चयन किया गया है। इसमें नरैनी की 1600 और बड़ोखर खुर्द की 1900 महिलाएं शामिल हैं। इन्हें जैविक और उन्नतिशील खेती में दक्ष किया जा रहा है। जिला समनव्यक राकेश सोनकर ने बताया कि टीमों में आने के लिए 15 दिन तक रुकेंगी। विभाग की ओर से इनके रहने-खाने आदि के इंतजाम किए जा रहे हैं।
इन फसलों का मिलेगा प्रशिक्षण
समूह की महिलाओं को रबी सीजन में गेहूं, सरसों, दलहन, पोषक वाटिका, किचेन गार्डेन आदि में तकनीकी व वैज्ञानिक तरीके से जानकारी दी जाएगी। फसल उत्पादन, बीज उपचार, बुवाई, खाद-बीज प्रयोग, रोग से बचाव आदि के बारे में भी बताया जाएगा। एनआरएलएम डीसी कृष्ण करुणाकर पांडेय ने बताया कि बड़ोखर खुर्द में मोहन और नरैनी में सोमेश को नोडल बनाया गया है।