किसान सशक्तीकरण अभियान में जैविक खेती पर बल
बांदा, जागरण संवाददाता : कृषि प्रधान देश में किसानों की दशा दयनीय है। ब्रम्हकुमारी प्रणिता दीदी पुणे
बांदा, जागरण संवाददाता : कृषि प्रधान देश में किसानों की दशा दयनीय है। ब्रम्हकुमारी प्रणिता दीदी पुणे महाराष्ट्र ने आयोजित गोष्ठी में कहा कि खेती को अव्यवहारिक तरीके से किया जा रहा है इससे शुद्ध अन्न, फल, सब्जियां नहीं मिल रहीं। इससे शरीर बीमारियों का घर बन रहा है। लोगों को जैविक खेती की ओर ध्यान देना होगा। अन्यथा आय का बड़ा हिस्सा इलाज पर ही खर्च होगा। राजीव गांधी डीएवी महाविद्यालय के प्राचार्य डा.रामभरत ¨सह तोमर ने कहा कि इंसान देहाभिमान के कारण पांच विकारों के वशीभूत होता जा रहा है। स्वार्थवश प्राकृतिक नियम दिन प्रतिदिन तोड़े जा रहे हैं। रसायनिक उर्वरकों के प्रयोग से जहरनुमा खाद्य पदार्थ बच्चों को कुंठित कर रहा है। जमीन बंजर हो रही है। प्राचार्य जिला कृषि महाविद्यालय के डा.राजेंद्र गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि युवा पीढ़ी अब खेती करना नहीं चाहती। ग्रामीण युवा अपने लक्ष्य विहीन जीवन से परेशान होकर अनेक प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन कर रहा है। उनका भविष्य अंधकारमय बनता जा रहा है। वह पलायन को मजबूर है। ब्रम्हकुमारी दुर्गेश नंदिनी चित्रकूट ने कहा कि ब्रम्हाकुमारीज तथा उसकी सहयोगी संस्था राजयोग एजूकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन का ग्राम्य विकास प्रभाग पुन: गोकुल गांव स्वर्णिम भारत की स्थापना के लिए कृत संकल्प है। पूरे देश में किसान सशक्तीकरण अभियान चलाया जा रहा है। किसान सेवा रथ में आयी
जिज्ञासा बहन बलसाड़ गुजरात ने कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने किसानों को रासायनिक खाद से परहेज कर संयमित खेती करने की बात कही।