सत्यापन पर वसूली की मार, गुरुजी की लटकी पगार
संवादसूत्र, बलरामपुर : परिषदीय स्कूलों में नौनिहालों को सदाचार का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजन खुद भ्रष्टाचार की मार से आहत हैं। 6
बलरामपुर : परिषदीय स्कूलों में नौनिहालों को सदाचार का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजन खुद भ्रष्टाचार की मार से आहत हैं। 68500 अध्यापक भर्ती के दौरान जिले में नियुक्त हुए 904 शिक्षकों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया चार माह बाद भी शुरू नहीं हो सकी। ऐसे में भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके शिक्षकों से अभिलेखों के ऑनलाइन सत्यापन के नाम पर बीएसए कार्यालय में धन उगाही की जा रही है। जिससे शिक्षकों का दर्द कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। हालांकि जिम्मेदार धनउगाही की बात को सिरे से नकार रहे हैं। जबकि यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन ने इसका विरोध दर्ज कराया है।
सत्यापन की सुस्त चाल :
-जिले में 437 महिला व 467 पुरुष शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इनमें 22 शिक्षामित्र शिक्षक बने हैं। चार माह से वेतन न मिलने से नवनियुक्त शिक्षकों के सामने आर्थक संकट उत्पन्न हो गया है। यही नहीं, खंड शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही से पुलिस सत्यापन की रफ्तार भी तेजी नहीं पकड़ पा रही है।
बीएसए कार्यालय के पटल सहायक खावर फारुकी के मुताबिक शिक्षकों के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, अध्यापक पात्रता परीक्षा, स्नातक व बीटीसी के अभिलेखों का सत्यापन संबंधित विश्वविद्यालय एवं संस्थानों को भेजा जा चुका है। ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी चल रही है।
यूटा ने जताया विरोध :
-यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष देव कुमार मिश्र व महामंत्री अशोक कुमार ¨सह ने नवनियुक्त शिक्षकों के ऑनलाइन सत्यापन, रिमाइंडर भेजने व वेजन के भुगतान के नाम पर बीएसए कार्यालय में जमकर धनउगाही किए जाने का आरोप लगाया है। बीएसए को तीन सूत्री ज्ञापन देकर शीघ्र वेतन भुगतान प्रक्रिया न शुरू होने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
जिम्मेदार के बोल :
-प्रभारी बीएसए हृदयशंकर लाल श्रीवास्तव का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। जिसकी जांच कराई जा रही है। संबंधित पटल सहायक को हिदायत दी गई है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।