नियमों का पेंच, प्रोत्साहन राशि योजना लेट
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बलरामपुर : टीबी मरीजों को बेहतर खानपान मुहैया कराने के लिए लागू निश्चय पोषण मिशन योजना दोहरे नियम की भेंट चढ़ती दिख रही है। इस योजना में टीबी रोगियों को प्रतिमाह 500 रुपये प्रोत्साहन राशि देने का नियम है, लेकिन एक अप्रैल 2018 से पहले चिह्नित होने वाले 100 से अधिक क्षय रोगियों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। 300 से अधिक मरीज कोर्स पूरा कर घर बैठ गए लेकिन, उन्हें पैसा नहीं मिला।
टीबी को समाप्त करने के लिए 2010 में राष्ट्रीय पुनरीक्षित क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू हुआ। जिसमें मरीजों को मुफ्त जांच व उपचार के साथ डॉट्स प्रोवाइडर घर पर ही मरीज को दवा खिलाने लगे। अप्रैल 2018 में निश्चय पोषण मिशन योजना लागू हुई। जिसमें टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए प्रतिमाह 500 रुपये भी मिलने लगे, लेकिन नियमों के पेंच में फंस कर अप्रैल 2018 से पहले इलाज शुरू करने वाले मरीजों को इसका लाभ अब तक नहीं मिल सका है। भटक रहे मरीज :
- 2016 से 31 मार्च 2018 के बीच चिन्हित होने वाले अधिकांश मरीजों का कोर्स पूरा हो चुका है, लेकिन गंभीर टीबी (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) 100 से अधिक मरीज प्रोत्साहन राशि के लिए भटक रहे हैं। अप्रैल 18 के बाद आने वाले 200 से अधिक मरीजों को भी अब तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिल सकी है। आइडी के अभाव में नहीं मिली सुविधा :
- जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सजीवन लाल का कहना है कि प्रोत्साहन राशि के लिए मरीज के पास निश्चय आइडी होना अनिवार्य है। एक अप्रैल 2018 से पहले चिन्हित मरीजों के पास निश्चय आइडी न होने के कारण उन्हें प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है।