शासन ने खोला खजाना, स्कूलों को स्मार्ट है बनाना
अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर : जिले के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व मदरसों को हाईटेक बनाने की कवायद शुरू हो गई। 653 परिषदीय विद्यालयों व 33 मदरसों को स्मार्ट बनाने के लिए शासन ने खजाना खोल दिया है। प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम के तहत जिले को 17 करोड़ 35 लाख 5
बलरामपुर :जिले के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व मदरसों को हाईटेक बनाने की कवायद शुरू हो गई। 653 परिषदीय विद्यालयों व 33 मदरसों को स्मार्ट बनाने के लिए शासन ने खजाना खोल दिया है। प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम के तहत जिले को 17 करोड़ 35 लाख 58 हजार की धनराशि आवंटित हुई है। जिला प्रशासन योजना को मूर्तरूप देने की कार्ययोजना में जुट गया है। जल्द ही चयनित स्कूल ग्रीन बोर्ड, साउंड सिस्टम, पेन ड्राइव, आधुनिक फर्नीचर व पुस्तकालय जैसे सुविधाओं से लैस होंगे। इससे यहां के नौनिहाल कान्वेंट की भांति अत्याधुनिक परिवेश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा पा सकेंगे।
स्मार्ट स्कूल में होंगी ये सुविधाएं :
-नौनिहालों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए जिले के सभी नौ विकास खंडों में कुल 686 स्कूलों व मदरसों का चयन किया गया है। प्रत्येक में दो लाख 53 हजार रुपये व्यय किए जाएंगे। इस बजट से स्कूल व मदरसे एलईडी, इनवर्टर, टाइल्स, पें¨टग, डबल लॉक वाली गेट, खिड़की, 20-20 पेनड्राइव, ग्रीन बोर्ड, साउंड सिस्टम व फर्नीचर से लैस किए जाएंगे। बीएसए हरिहर प्रसाद ने बताया कि स्मार्ट स्कूलों के लिए जिलाधिकारी को प्रस्ताव दिया गया था। जिसे शासन से मंजूरी मिल गई है।
जिम्मेदार के बोल :
-जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी पवन कुमार ¨सह का कहना है कि स्मार्ट स्कूल व मदरसों के लिए भारत सरकार ने बजट आवंटित कर दिया है। शीघ्र ही स्कूलों को स्मार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।