परदेसियों से रोडवेज ने 11 दिन में कमाए डेढ़ करोड़
खचाखच भरी रहती कानपुर व दिल्ली की बसें बहराइच मेले के लिए भी उमड़ रहे जायरीन।
संवादसूत्र, बलरामपुर :
शादी, गौना, मुंडन समेत मांगलिक कार्यक्रमों में भाग लेने गांव आए परदेसी अब महानगरों की तरफ लौट रहे हैं। कमाई के लिए दिल्ली, कानपुर, लखनऊ आदि शहरों तक पहुंचने के लिए परिवहन निगम की बस का ही सहारा लेना पड़ा। ट्रेनों का संचालन आठ जून तक बंद होने के कारण बसें खचाखच भरकर जा रही हैं। पिछले 11 दिनों में इन मार्गों पर रोडवेज की बसों की संख्या बढ़ा दी गई है। करीब चार गुना सवारी बढ़ने से निगम की आय डेढ़ करोड़ रुपया पहुंच गई है।
डिपो की 72 बसों के बेड़े में 70 बसें सड़क पर फर्राटा भर रही हैं। हालत यह है कि लोग खड़े-खड़े बढ़नी से दिल्ली तक की यात्रा कर रहे हैं। बढ़नी से लौट रही बस के परिचालक का कंट्रोल रूम से फोन जाते ही जवाब होता है कि साहब बढ़नी से 85 सवारी ला रहे हैं। स्टेशन पर नहीं आएंगे, सीधे निकल रहे हैं। बस स्टाप पर घंटों इंतजार के बाद बिना धक्का-मुक्की के बस में चढ़ पाना मुश्किल है। बस दिखते ही भीड़ दौड़ती है फिर भी उसे सीट नहीं मिलती है। 15 दिन पहले दिल्ली मार्ग पर तीन -चार बसें चलती थीं, लेकिन बुधवार को आठ बसें रवाना की गईं। यही हाल लखनऊ व कानपुर का है जहां के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
पिछले पांच दिनों में हुई निगम की आमदनी
21 मई -12,96,947
22 मई -13,53,338
23 मई -12,78,379
24 मई -13,98,459
25 मई -12,12,399
डेढ़ गुना बढ़ी परिवहन निगम की कमाई:
स्टेशन अधीक्षक तरन्नुम ने बताया कि 10 बसें और होती तो भी कम पड़ जातीं। पहले दिन आठ लाख आय होती थी। अब 13 से 14 लाख रुपये कमाई हो रही है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वीके वर्मा ने बताया कि सर्वाधिक सवारियां दिल्ली, लखनऊ व कानपुर की निकल रही हैं। बहराइच मेले से भी आमदनी बढ़ी है। निगम ने 11 दिनों में करीब डेढ़ करोड़ रुपये कमाए हैं।