चिकित्सक समय से न आएं, मरीज लाइन लगाएं
बलरामपुर : नीति आयोग भले ही स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए क्यों न प्रयासरत हो लेकिन, अफस
बलरामपुर : नीति आयोग भले ही स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए क्यों न प्रयासरत हो लेकिन, अफसरों की कार्यशैली से उसकी मंशा पर पानी फिर रहा है। 100 बेड वाले संयुक्त जिला चिकित्सालय में मरीजों को इलाज के लिए चिकित्सकों का घंटों इंतजार करना पड़ता है। जिससे उनकी पीड़ा कम होने के बजाय और भी बढ़ जाती है। महिलाओं के वार्ड में ताले लटक रहे हैं। उन्हें पुरुष वार्ड में भर्ती कराकर इलाज किया जा रहा है। यही नहीं चार शौचालय होने के बाद भी एक ही शौचालय प्रयोग में लाया जा रहा है। सबसे शर्मनाक बात तो यह है कि इसी शौचालय में पुरुष व महिलाएं दोनों को जाना पड़ता है। प्रशासनिक अफसर बाहरी मुखड़े को देखकर अंदर जाने की जहमत नहीं उठाते। जिससे उन्हें अस्पताल में खामियों का पता नहीं चल पाता। जिससे सरकार की मंशा परवान नहीं चढ़ पा रही है। प्रस्तुत है एक रिपोर्ट :
²श्य एक : समय 9.14 बजे। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नितित चौधरी की कुर्सी खाली मिली। एक कर्मी ने बताया कि वह मरीजों को देखने राउंड पर गए हैं। इन्हीं के बगल स्थित हड्डी रोग विशेष डॉ. एनके बाजपेई का कक्षा बंद मिला। इलाज कराने पहुंचीं सिविल लाइन निवासिनी सरोजनी मिश्रा ने बताया कि आधा घंटा से इंतजार कर रहीं हैं। बगल में यूनानी चिकित्सक डॉ. आलम आरा की कुर्सी भी खाली मिली।
²श्य दो : समय 9.20 बजे। सर्जन अरुण कुमार का कक्ष तो खुला था लेकिन, उनकी कुर्सी खाली मिली। बगल में सर्जन डॉ. आरपी मिश्र का कक्ष बंद मिला। महेशभारी निवासी मनोज ने बताया कि उसकी बेटी के पेट में परेशानी है। जिसका इलाज कराने आया था। एक घंटा से डॉक्टर का इंतजार कर रहा है।
²श्य तीन : समय 9.25 बजे। भूतल पर स्थित महिला वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के लिए बने पांच कमरों में गंदगी का ढेर व कबाड़ मिला। एक कक्ष में कुत्ता लेटा था। शौचालय में गंदगी की भरमार दी। वार्ड के बाहर चैनल गेट के बगल मरीजों से मिलने के समय की सूचना तो चस्पा थी लेकिन, वार्ड अव्यवस्थाओं की गिरफ्त में था।
²श्य चार : समय 9.35 बजे। प्रथम तल पर बने पुरुष वार्ड में महिला मरीज भर्ती मिलीं। यहां चार शौचालय बने हैं। जिनमें से तीन पर ताला लटकता मिला। एक शौचालय चालू हालत में था। जिसका प्रयोग महिला व पुरुष दोनों करते हैं। सफाईकर्मी ने बताया कि चालू शौचालय में भी एक चोक है।
जिम्मेदार के बोल :-सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह का कहना है कि सभी चिकित्सकों को समय से अस्पताल आने व अस्पताल में साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया गया है। सीएमएस डॉ. राजेश मोहन गुप्त ने बताया कि शौचालय के मरम्मत का कार्य चल रहा है। सात दिन में अव्यवस्थाओं को दूर कर महिला वार्ड का संचालन शुरू करा दिया जाएगा।