ऑपरेशन थिएटर बदहाल, खर्च हो गए 50 लाख
बलरामपुर : अस्पताल में गर्भवती व नवजात को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार भले ही प्रतिवर्ष कर
बलरामपुर : अस्पताल में गर्भवती व नवजात को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार भले ही प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर रही हो, लेकिन उसका लाभ पात्रों तक नहीं पहुंच रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपेड़वा में ऑपरेशन थिएटर की मरम्मत पर दस लाख रुपये खर्च होने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। कक्ष को आधुनिक बनाने के नाम पर टाइल लगाकर कोरम पूरा कर लिया गया।
जिले के पांच सर्वाधिक प्रसव वाले अस्पताल के डिलेवरी रूम व ऑपरेशन थिएटर को आधुनिक बनाने के लिए यूनीसेफ ने स्वास्थ्य महकमे को 50 लाख रुपये आवंटित किए। जिसके तहत प्रत्येक अस्पताल पर दस-दस लाख रुपये खर्च कर ऑपरेशन कक्ष को मानक के अनुसार बड़ा करके उसमें ¨सक, नी टैब, फॉर सी¨लग, एयर कंडिशनर, स्लाइडर डोर लगाने व प्रकाश की व्यवस्था की जानी थी। जिससे जच्चा-बच्चा को बेहतर सुविधा देकर उनकी जान बचाई जा सके, लेकिन जिले में निर्धारित बजट खर्च होने के बाद भी ऑपरेशन थिएटर में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ है। नहीं लगा एसी व सी¨लग :
- इसी बजट से सीएचसी पचपेड़वा के ऑपरेशन कक्ष को आधुनिक बनाया जा चुका है, लेकिन कक्ष में अब तक फॉल्स सी¨लग नहीं लगी है। कक्ष में गंदगी फैली है। कक्ष में एयर कंडिशनर भी नहीं लगा है। ऑपरेशन थिएटर में ¨सक, स्लाइडर डोर व प्रकाश की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. मिथिलेश कुमार ऑपरेशन थिएटर के कक्ष को डिलेवरी रूम में लगवाने की बात कह रहे हैं।
बदहाल है शिवपुरा का शल्य कक्ष :
- सीएससी शिवपुरा के ऑपरेशन थिएटर में भी गंदगी फैली हुई है। यहां आधुनिकीकरण के नाम पर टाइल्स लगाकर कोरम पूरा कर लिया गया है। कक्ष में ¨सक, नी टैब व स्लाइडर डोर नहीं लगा है। दो की जगह एक पुराना एयर कंडिशनर लगा हुआ है। मानक अनुसार हुआ कार्य :
-सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह संसाधनविहीन ऑपरेशन कक्ष को भी मानक के अनुरूप बता रहे हैं। उनका कहना है कि ऑपरेशन थिएटर में मानक के अनुसार कार्य कराया गया है। कक्ष में सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं, लेकिन वहां ऑपरेशन न होने के कारण ऑपरेशन थिएटर बदहाल दिख रहे हैं।