थाने पर दुत्कार, पीड़ित पहुंच रहे एसपी के द्वार
ललिया थाना पुलिस की कार्यशैली से फरियादी मायूस एसपी ने न्याय दिलाने का दिया आश्वासन
बलरामपुर : खाकी का इकबाल बुलंद करने व पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए नवागत पुलिस अधीक्षक लॉ-एंड-ऑर्डर दुरुस्त रखने का तानाबाना बुन रहे हैं। जनता का पुलिस से मधुर संवाद स्थापित करने को मातहतों के पेंच कस रहे हैं। इन सबके बीच ललिया थाना में फरियादियों को न्याय दिलाना तो दूर, उनकी सुनवाई तक नहीं हो रही है। इससे न सिर्फ खाकी की साख पर बट्टा लग रहा है, बल्कि जनता का पुलिस से भरोसा भी उठ रहा है। थाने पर दुत्कार मिलने के बाद पीड़ित न्याय की आस में एसपी कार्यालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। केस एक : ललिया थाना के हाथीगर्दा गांव निवासिनी सरिता के पति अरविद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति के तीन भाई, पिता व चाचा एकराय होकर आए दिन उससे लड़ाई झगड़ा करते थे। प्रार्थनी के मायके वालों ने खेत में घर बनवा दिया था। अरविद ने 27 नवंबर को उसे फोन करके बताया कि उसके भाई ने उसके हिस्से का धन हड़पने की नीयत से मारपीट कर घर से भगा दिया है। 30 नवंबर को उसकी मौत हो जाने की सूचना मिली। आत्महत्या को विवश करने का प्रार्थना पत्र थाने पर दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। एक दिसंबर को पीड़िता ने न्याय के लिए एसपी को प्रार्थना पत्र भेजा।
केस दो : ललिया थाना क्षेत्र की एक महिला ने छेड़खानी का मुकदमा वापस लेने के लिए विपक्षी पर पुलिस के साथ मिलकर धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहाकि 25 नवंबर को वह अपने घर में बच्चों के साथ सो रही थी। रात में 12 बजे गांव का ही एक व्यक्ति घर में घुस आया और छेड़खानी करने लगा। शोर मचाने पर वह भाग गया। पीड़िता ने ललिया थाने में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन पुलिसकर्मी कार्रवाई के बजाय आरोपित के साथ मिलकर सुलह का दबाव बना रहे हैं।
पीड़ितों को मिलेगा न्याय :
- एसपी हेमंत कुटियाल का कहना है कि कार्यालय पर आए सभी प्रार्थना पत्रों की जांच कराई जाएगी। पीड़ितों को हर हाल में न्याय मिलेगा। थाने पर आने वाले फरियादियों से मधुर व्यवहार कर उनकी मदद करने के निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिए गए हैं।