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किला के नाम पर बसा किला गांव

बलरामपुर:विकास खंड का गांव किला कोंड़री मथुरा बाजार मार्ग से करीब दो किलोमीटर दूरी

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 11:23 PM (IST)
किला के नाम पर बसा किला गांव
किला के नाम पर बसा किला गांव

बलरामपुर:विकास खंड का गांव किला कोंड़री मथुरा बाजार मार्ग से करीब दो किलोमीटर दूरी पर स्थित है। बुजुर्ग बताते हैं कि गांव में राजा बलरामपुर की सेना ठहरती थी। उनके रहने के लिए किला बना था। इसलिए गांव का नाम किला पड़ा। गांव में पोखरा का निर्माण राजपरिवार द्वारा ही किया गया था, जो आज भी है, लेकिन किला अब नहीं है।

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यह है खूबी :

-परिषदीय स्कूल के पास प्राचीन मंदिर, पोखरा व खेल मैदान है। गांव में रामलीला का मंचन बंद हो जाने के बाद भव्य दुर्गा पूजन पंडाल सजता है। दुर्गा प्रतिमा की स्थापना के साथ नौ दिनों तक धूम मची रहती है। पूजन में सभी धर्मों के लोग भाग लेते हैं। नगदी फसल के रूप में गन्ना, सब्जी के साथ पिपरमेंट की खेती किसान अधिक करते हैं।

आधारभूत ढांचा :

25 सौ जनसंख्या वाले इस गांव में 13 सौ मतदाता हैं। गांव में दो प्राथमिक विद्यालय, एक आंगनबाड़ी केंद्र व एक पंचायत भवन है। गांव में 125 शौचालय बने हैं।

ये हो तो बने बात :

गांव में सीसी मार्ग, शुद्ध पेयजल के लिए ओवर हेडटैंक का निर्माण होने से सभी को लाभ मिलेगा। गांव में पंचायत भवन जर्जर है। जिसके मरम्मत की आवश्यकता है। सकरी गांव तक करीब दो किलोमीटर कच्ची सड़क का निर्माण होने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। गांव में बिजली के खंभे व तार लगे हैं, लेकिन 1990 से ग्रामीणों ने रोशनी नहीं देखी है। एएनएम सेंटर व हाई स्कूल की स्थापना होने सभी को लाभ होगा।

उपलब्धियां :

गांव की अधिकांश गलियों में खड़ंजा लगा है। पक्की नाली का निर्माण होने से जलभराव की समस्या से छुटकारा मिल गया है। गांव में 169 शौचालय निर्माणाधीन है। दो अक्टूबर तक गांव ओडीएफ करने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री सड़क योजना से मथुरा बाजार को जाने वाली सड़क जुड़ी है।

इन पर नाज है :

राजेंद्र प्रसाद मिश्र इंजीनियर, डॉ. केबी तिवारी चिकित्सक, प्रेम नरायन तिवारी प्रधानाचार्य, जितेंद्र मिश्र व कल्लू मिश्र ने शिक्षक बन गांव को पहचान दी है। विश्वनाथ सोनी, रघुराज मिश्र ने राजस्व विभाग में नौकरी कर गांव का मान बढ़ाया।

गांव में विकास कार्य नहीं दिख रहा है। सभी गलियों में खड़ंजा व नाली का निर्माण नहीं है। जिससे जलनिकासी व्यवस्था चौपट है। पंचायत भवन जर्जर होने से खुली बैठकों का आयोजन नहीं होता है। पात्रों को योजना का लाभ नहीं मिला है। - जगदंबा सोनी, पूर्व प्रधान,

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गांव में शौचालय का निर्माण चल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पांच लोगों को लाभ मिला है। अभी कई पात्रों को आवास नहीं मिला है। गांव में बिजली आपूर्ति बहाल कराने के लिए उच्चाधिकारियों को मांग पत्र दिया है। सभी गलियों में नाली निर्माण का कार्य प्रस्तावित है।

-राम करन तिवारी, प्रधान

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युवा सोच

ग्राम पंचायत में हाईस्कूल की स्थापना की जाए, जिससे बालिकाओं को कक्षा पांच से आगे की पढ़ाई के लिए गांव से बाहर न जाना पड़े। क्योंकि बालिकाओं को पढ़ाई के लिए अभिभावक बाहर नहीं भेजते हैं।

-सरस्वती तिवारी, छात्रा

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गांव की सभी गलियों को भी सीसी बनाया जाए। बिजली के खंभे है, लेकिन बिजली नहीं आती है। बिजली आपूर्ति शुरू होने से ग्रामीणों को सुविधा होगी। उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।

-विद्याधर तिवारी, छात्र


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