मच्छरों से फैल रहीं बीमारियां, सतर्कता जरूरी
बलरामपुर : बरसात के मौसम में गंदगी व जलभराव के बीच पनप रहे मच्छरों से कई जानलेवा बीमारि
बलरामपुर : बरसात के मौसम में गंदगी व जलभराव के बीच पनप रहे मच्छरों से कई जानलेवा बीमारियां पनप रहीं हैं। जिसमें जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई), डेंगू, मलेरिया व फाइलेरिया प्रमुख हैं। इनमें समय पर उपचार न मिलने से मरीज भी मौत भी हो सकती है। जिले में अब तक डेंगू के दो मरीज भी चिन्हित हो चुके हैं। ऐसे में मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए आसपास की सफाई व सतर्कता बेहद जरूरी है। मच्छरदानी का प्रयोग व गंदगी से दूर रहकर इनसे होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। जलजमाव व गंदगी से फैल रही बीमारी
-संक्रामक बीमारियों का कारण मच्छर हैं। इनके लार्वा जलजमाव व गंदगी से पनपते हैं। बीमारी से बचने के लिए घर के आसपास पानी न जमा होने दें। पुराने टॉयर व टूटे-फूटे बर्तन में पानी न जमा होने दें। कूलर का पानी नियमित बदलें। नाली में तैलीय पदार्थ जैसे मिट्टी का तेल, डीजल व मोबिल अवश्य डालें। दिन में पूरी बांह की शर्ट पहने। रात में मच्छरदानी का प्रयोग करें। त्वरित उपचार जरूरी
-डॉ. अजय कुमार पांडेय का कहना है कि बरसात में मच्छर जनित बीमारियां तेजी से फैलने लगती हैं। इसमें लक्षण दिखते ही उपचार शुरू कराना जरूरी है। मरीज को तेज बुखार, झटका आना, बेहोशी, वजन घटना, शरीर पर लाल चकत्ते दिखने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं।
जेई के दो मरीज हुए चिह्नित
-डॉ. एके पांडेय का कहना है कि तराई क्षेत्र वाले जिलों में दिमागी बुखार (जापानी इंसेफ्लाइटिस) का वायरस अधिक प्रभावी है। जिसमें पहले मरीज को इसके लक्षण वाले (एक्यूट इंसेफ्लाइटिस ¨सड्रोम) वाली बीमारी होती है। यही बढ़कर जेई का रूप ले लेती है। बताया कि अब तक जिले में एईएस के 15 मरीज व जेई के दो मरीज मिले हैं, लेकिन किसी की भी मौत नहीं हुई है। निशुल्क होता है उपचार
-सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह का कहना है कि मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए हर रविवार मच्छर पर वार अभियान चलाया जाता है। जिसमें जलजमाव वाले स्थलों की सफाई व फा¨गग कराई जाती है। अस्पताल में जेई सहित कई बीमारियों के जांच व उपचार की सुविधा निश्शुल्क उपलब्ध है।