मशीन नो मैच बताए, कार्डधारकों को समझ न आएं
बलरामपुर : ²श्य एक : उतरौला ग्रामीण की कोटेदार अनवरी बेगम के यहां राशन लेने वालों क
बलरामपुर :
²श्य एक : उतरौला ग्रामीण की कोटेदार अनवरी बेगम के यहां राशन लेने वालों की भीड़ जुटी है। परिवार की
मुखिया साफिया का बायोमीट्रिक नहीं मिल रहा है। परिवार के बच्चे को बुलाकर अंगूठा लगवाया गया। यह अंगूठा भी नो मैच हो गया। करीब 60 कार्डधारकों के साथ यही प्रक्रिया अपनाई गई, लेकिन सब फेल। पांच तारीख से यही प्रक्रिया चल रही है, लेकिन गल्ला नहीं मिल रहा। यहां 500 कार्डधारकों की यही समस्या है। ²श्य दो : गैंड़ास बुजुर्ग के इटई रामपुर के कोटेदार माधव प्रसाद के यहां सौ से अधिक कोटेदार राशन पाने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। पांच तारीख से लगातार कोटेदार के यहां आकर सुबह से दोपहर तक बैठने के बाद वापस लौट जाते हैं। ई-पाश मशीन खराब होने की बात कहकर कोटेदार वापस भेज दे रहा है। यहां 934 कार्डधारकों को खाद्यान्न मिलना है।
²श्य तीन : उतरौला ग्रामीण के ही धरमनाथ के यहां 722 कार्डधारक संबद्ध हैं। एक नवंबर से ही खाद्यान्न वितरित कराने की घोषणा की गई थी। तब से कार्डधारक रोज आकर मशीन खराब होने की बात सुनकर वापस लौट रहे हैं।
²श्य चार : अल्लानगर के कोटेदार सुरेंद्र कुमार के यहां भी कमोबेश यही स्थिति है। रोज दुकान खुलती है, लेकिन मशीन की खराबी के कारण राशन वितरण नहीं हो पा रहा। पप्पू, उर्मिला, मैना देवी, सीतापति का कहना है कि रोज-रोज जाकर खाली हाथ लौटना भारी पड़ रहा है।
तहसील क्षेत्र क्षेत्र में 266 कोटेदारों की ई-पास मशीनें खराब हैं। नए फरमान से कार्डधारकों की पीड़ा को बढ़ा दिया है। कोटेदारों को बायोमीट्रिक मशीन से ही खाद्यान्न वितरित करना है। मशीनें खराब होने के कारण गरीबों के निवाले पर संकट है। नगर क्षेत्र की 15 दुकानों की मशीनें ठीक हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र संचालित मशीनें अपडेट ही नहीं हैं।
जिम्मेदार के बोल :
पूर्ति निरीक्षक गिरीश चंद्र वर्मा का कहना है कि एनआइसी में खराबी के कारण मशीनें पूरी तरह काम नहीं कर रहीं। जियो टैग न होने के कारण कुछ मशीनें अपडेट नहीं हैं। कुछ कोटेदार जानबूझकर उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे हैं। इंजीनियरों को लेकर ई-पाश मशीनों की जांच कराई जा रही है।