प्रसव व दवा के नाम पर लुटते मरीज, बढ़ रही तड़प
पीएचसी गुगौली कला में अव्यवस्थाओं से जूझ रहे मरीज नहीं है एआरवी व एंटीस्नेक वैक्सीन
बलरामपुर : शिवपुरा क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुगौली कला की अव्यवस्थाएं मरीजों पर भारी पड़ रहीं हैं। 20 हजार से अधिक आबादी का जिम्मा उठाने वाले इस अस्पताल में मरीजों को शुद्ध पानी तक नसीब नहीं है। प्रसव व जांच के नाम पर मरीजों से धन उगाही की शिकायतें आम हो गईं हैं। खास बात यह है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का दर्जा मिलने के बाद भी अस्पताल की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इतना सब होने के बाद भी अफसर धरातल पर उतरने के बजाय सब कुछ ठीकठाक होने का दावा कर रहे हैं। पीएचसी गुगौली कला में एकमात्र चिकित्सक डॉ. अमित कुमार वर्मा की तैनाती है। उनकी गैर मौजूदगी में फॉर्मासिस्ट व वार्डब्वॉय मरीजों का इलाज करते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी व मास्क के नियम यहां तार-तार नजर आ रहे हैं। बायो मेडिकल वेस्ट न होने से अस्पताली कचरा परिसर में इधर-उधर पड़ा रहता है। एंटी रैबीज व एंटी स्नेक वैक्सीन न होने से मरीजों को सीएचसी भागना पड़ता है। एंबुलेंस छह माह से खराब है।
मरीजों का छलका दर्द :
-धनीराम, मनोज, रामनिवास, किताबुन का कहना है कि अस्पताल में हर कदम पर मरीजों का शोषण किया जाता है। प्रसव कराने के लिए पैसे की मांग की जाती है। मेडिकल स्टोर से साठगांठ होने से चिकित्सक बाहर की दवा ही लिखते हैं। पानी टंकी निष्प्रयोज्य है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जिम्मेदार के बोल :
-सीएओ डॉ. घनश्याम सिंह का कहना है कि पीएचसी पर उपलब्ध संसाधनों के जरिए बेहतर सुविधा देने का निर्देश दिया गया है। शिकायतों की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।