पांच मंजिला होगा केजीएमयू का सेटेलाइट सेंटर, मिले 20 करोड़
पवन मिश्र बलरामपुर जिले की खराब स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद जगी है। जिले को सौगात के रूप में मिली बहुप्रतीक्षित किग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के सेटेलाइट सेंटर के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए गए हैं।
पवन मिश्र, बलरामपुर :
बहुप्रतीक्षित किग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के सेटेलाइट सेंटर के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए गए हैं। सेटेलाइट सेंटर के प्रस्तावित नक्शे के अनुसार बेसमेंट, ग्राउंड व चार तल सहित पांच मंजिला भवन का निर्माण किया जाना है। इसके लिए कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम अनापत्ति लेने सहित अन्य तैयारियों में जुट गई है।
छह एकड़ में बनने वाले सेटेलाइट कैंपस निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उतरौला मार्ग पर महादेव मिश्र गांव में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के पीछे जिस परिसर में संयुक्त जिला चिकित्सालय संचालित है उसी में केजीएमयू का सेटेलाइट कैंपस बनना है। इसके लिए आसपास की जमीन किसानों से अधिग्रहीत कर ली गई है। संयुक्त अस्पताल परिसर में बनने वाले सेटेलाइट कैंपस का प्रशासनिक भवन खगईजोत व सिरसिया गांव में बनाया जाएगा। इसके लिए करीब 30 एकड़ जमीन अधिग्रहीत की गई है। यहीं से सेटेलाइट कैंपस का नियंत्रण किया जाएगा। खोले जाएंगे 20 विभाग
-भवन के लिए 107 करोड़ 56 लाख 97 हजार रुपये का बजट तय किया गया है। करीब 20 विभाग खोले जाएंगे जिसमें 300 बेड होंगे। 200 बेड का नया भवन बनेगा। संयुक्त चिकित्सालय के 100 बेड को सेटेलाइट सेंटर में शामिल कर लिया जाएगा। अनापत्ति के बाद शुरू होगा भवन निर्माण
-जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में प्रस्तावित सेटेलाइट कैंपस निर्माण शुरू करने के लिए बलरामपुर विकास प्राधिकरण, पुरातत्व विभाग व अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया जाना है। इसके लिए कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम जुट गई है। सभी विभागों से अनापत्ति मिल जाने के बाद निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा। केजीएमयू के कुलसचिव ने दिए निर्देश
किग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने राजकीय निर्माण निगम के अयोध्या अंचल के महाप्रबंधक यतेंद्र कुमार को अनापत्ति लेने सहित अन्य सारी प्रक्रिया पूरी कर भवन निर्माण शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। बोले डीएम :
- जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि कार्यदायी संस्था को निर्माण शुरू करने का निर्देश दिया गया है। 20 करोड़ रुपये मिले हैं।