बजट तीन : नहरों के लिए खुला खजाना, खुशहाल होंगे अन्नदाता
बजट तीन नहरों के लिए खुला खजाना खुशहाल होंगे अन्नदाता बजट तीन नहरों के लिए खुला खजाना खुशहाल होंगे अन्नदाता
बलरामपुर : सरयू नहर परियोजना को पूरा करने के लिए योगी सरकार ने खजाना खोल दिया है। इससे जिले की आधी-अधूरी नहरों के पूरा होने की आस जगी है। जिले की अधिकांश नहरें बजट के अभाव में अधूरी हैं। नहरों के गैप भी किसानों को पानी पहुंचाने में रोड़ा बने हुए हैं। धनराशि स्वीकृत होने के बाद नहरों में अब लबालब पानी होगा, इससे फसलों की सिचाई कर किसान खुशहाल हो सकेंगे।
बजट से बदलेगी नहरों की सूरत :
-सरयू नहर खंड प्रथम के तहत बस्ती शाखा एवं वितरण प्रणाली किमी 0.000 से 76.230 तक फैली हुई है। इसके अंतर्गत बलरामपुर, उतरौला तहसील के साथ पड़ोसी जनपद श्रावस्ती के इकौना तहसील व बहराइच जनपद की 68 नहरें व बस्ती शाखा जाती हैं। इनमें 16 राजवहा व 52 अल्पिकाएं शामिल हैं। सरयू नहर खंड चतुर्थ के तहत बस्ती शाखा व वितरण प्रणाली किमी 76.230 से 105.700 तक फैली हुई है। इसके अंतर्गत उतरौला तहसील के साथ पड़ोसी जनपद सिद्धार्थनगर की 22 नहरें व बस्ती शाखा आती है। चित्तौड़गढ़ बांध निर्माण खंड के तहत 11 जलाशय हैं। इन जलाशयों से 65 नहरें निकली हैं। इन नहरों के रखरखाव व संचालन के लिए सीएम ने चौथे बजट में धनराशि की व्यवस्था की है, इससे अब न सिर्फ बदहाल नहरों का कायाकल्प होगा, बल्कि भरपूर पानी मिलने से किसान भी खुशहाल होंगे। यहां सालों से है कायाकल्प का इंतजार :
-गैंसड़ी क्षेत्र के चित्तौड़गढ़, मजगवां, भगवानपुर जलाशय से निकली अधिकांश नहरें सूखी हैं। चित्तौड़गढ़ जलाशय से निकली डालपुर माइनर 25 वर्षों से सूखी हुई है। जमधरा के पास साइफन टूटा होने के कारण नहर का पानी बरुनी नाला में बह जाता है। इसी जलाशय से निकली चयपुरवा, लठावर नहर पहाड़ी झाड़ियों में छिप गई है। पचपेड़वा के रजडरवा माइनर से निकली नहर करीब तीन साल से सूखी हुई है। अब बजट मिलने से इन नहरों के कायाकल्प की उम्मीद जगी है। बोले डीएम :
-जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि इस बजट में किसानों को संजीवनी मिली है। नहरों के अधूरे कार्य तेजी से पूरे किए जा सकेंगे।