बलरामपुर समेत 25 जिलों में बनेगा इंट्रीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब
पवन मिश्र, बलरामपुर: सरकारी अस्पतालों के बाहर बढ़ती निजी पैथोलाजी की कमाई व संख्या पर लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग बलरामपुर समेत 25 जिलों में इंट्रीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब खोलने जा रहा है। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के तहत भारत सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन इस लैब का संचालन कराएगा, जहां संचारी व गैर संचारी रोगों से जुड़ी हर जांच 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
इस प्रयोगशाला में सभी प्रोग्राम के लैब टेक्नीशियन एक ही जगह काम करेंगे। यह शुरू होने के बाद टीबी, मलेरिया, एड्स समेत अन्य पैथोलाजी में होने वाली जांचों के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में पांच हजार वर्ग फिट में संचालित होने वाले इस प्रयोगशाला में 90 प्रकार की जांच मिलेंगी जिसमें किसी भी मरीजों को अलग जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
एक ही जगह सभी प्रोग्रामों के लैब टेक्नीशियन करेंगे कार्य:
-इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब की स्थापना की तैयारियों के मुताबिक इसमें 11 लैब टेक्नीशियन, एक माइक्रो बायोलॉजिस्ट, एक बायोकेमिस्ट के साथ पैथोलाजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। बीएसएल-टू मानक की लैब में डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रबटाइफस, मलेरिया, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम,कालाजार, डायरिया, टीबी समेत सभी संचारी रोगों से जुड़ी जरूरी जांचें तथा कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा, मोतियाबिंद, अल्जाइमर समेत अन्य सभी गैर संचारी रोगों के मरीजों की होने वाली महत्वपूर्ण जांचें होंगी।
बलरामपुर समेत 25 जिलों में लैब स्थापना को मिली स्वीकृति : जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार ने पहले चरण में बलरामपुर समेत 25 जिलों में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब स्थापना को मंजूरी दी है। केंद्र सरकार के निरीक्षण के बाद तय स्थल पर लैब स्थापना का कार्य शुरू होने की उम्मीद है। इन जिलों में लैब का संचालन सफल रहा तो बाकी बचे 50 जिलों में स्थापना को हरी झंडी दी जाएगी।