भारत का थारू राष्ट्रवादी, नेपाल का बना माओवादी
बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत और नेपाल की सीमा के बीच एवं बाहर थारू
बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत और नेपाल की सीमा के बीच एवं बाहर थारू जनजाति के परिवार आबाद हैं। हमने थारू जनजाति के परिवारों के उत्थान के लिए प्रयास किए, जो कारगर भी साबित हुए। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना के बाद थारू जनजाति शिक्षित हुई। जिसका लाभ उत्तराखंड में सरकारी नौकरी में मिला। आज जनजातीय क्षेत्र के हर गांव का व्यक्ति सरकारी नौकरी में है। हमारे यहां के थारू शिक्षित होकर राष्ट्रवादी बन गए, जबकि नेपाल में रह रहे थारुओं को संरक्षण न मिलने से वह माओवादी हो गए। भारत-नेपाल के रिश्तों को मजबूत बनाने पर जोर दिया जा रहा है। यह बात आदिशक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल परिसर में ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा अनावरण के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि शक्तिपीठ देवीपाटन में 1994 में एक छात्रावास खोला गया। साथ ही इमिलिया कोड़र में नानाजी देशमुख ने सर्वप्रथम एक शिक्षण संस्थान स्थापित कर शिक्षा की मुहिम छेड़ी थी। यह जिला नीति आयोग के तहत 115 पिछड़े जिलों में आता है। प्रधानमंत्री का भी पूरा फोकस इन जिलों के उत्थान पर है। पीएचसी, सीएचसी व जिला चिकित्सालय की सेवाओं में सुधार लाने का प्रयास रंग ला रहा है। पिछले डेढ़ साल में बलरामपुर की मातृ-शिशु मृत्यु दर में तेजी से गिरावट आई है। 23 सितंबर को प्रधानमंत्री ने देशवासियों को आयुष्मान भव का आशीर्वाद देकर आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। मैंने 2013 में इस स्कूल की नींव रखी थी। जहां 2016 में कक्षाएं शुरू हुईं। आज पितृपक्ष के अंतिम दिन स्कूल में ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा अनावरण से हृदय भाव-विभोर हो रहा है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि मैं महंत अवेद्यनाथ के साथ सांसद रहा। आज उनके ब्रह्मालीन होने के बाद उनकी प्रतिमा का अनावरण करने का मुझे जो सौभाग्य मिला, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभारी हूं। इस क्षेत्र की हरियाली देखकर मुझे काफी खुशी हुई। गोरक्ष पीठ द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य को समृद्ध करने की जो परंपरा डाली गई थी। उस परंपरा का निर्वहन यहां होता दिख रहा है। इससे पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने विधि-विधान के साथ प्रतिमा का अनावरण किया।