यहां आसान हुई मनोरोगियों के इलाज की राह
जो तीन दिन अस्पताल में बैठकर मरीजों का इलाज करेंगे। प्रारंभिक जांच कर उन्हें दवा भी देंगे। साथ ही गंभीर मानसिक विकृत वाले रोगियों को इलाज के लिए ¨कग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रेफर किया जाएगा। अस्पताल में अस्पताल में अस्पताल में
बलरामपुर :मानसिक रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष पहल की है। इसमें राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला मेमोरियल अस्पताल में संचालित मनोरोग विभाग में मनोचिकित्सक डॉ. राजेंद्र प्रसाद को तैनात किया गया है। जो तीन दिन अस्पताल में बैठकर मरीजों का इलाज करेंगे। प्रारंभिक जांच कर उन्हें दवा भी देंगे। साथ ही गंभीर मानसिक विकृत वाले रोगियों को इलाज के लिए ¨कग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रेफर किया जाएगा। 12 अक्टूबर 2017 से जिले में मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ संचालित है। जहां चिकित्सा मनोवैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार पटेल मानसिक रोगियों का निर्देशन एवं परामर्श देते हैं। केंद्र पर मनोचिकित्सक की तैनाती न होने से प्रतिमाह यहां से 15 से 20 गंभीर रोगियों को लखनऊ रेफर किया जाता है। वहां मरीज कई दिनों तक एक से दूसरे अस्पताल में भटकते हैं, लेकिन अब उन्हें इससे निजात मिल जाएगी। प्रभारी सीएमओ डॉ. कमाल अशरफ का कहना है कि वैकल्पिक रूप से अस्पताल में मनोचिकित्सक तैनात कर दिया गया है। तीन दिन होगी ओपीडी :
- मनोचिकित्सक डॉ. राजेंद्र प्रसाद हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सुबह आठ से दोपहर दो बजे अस्पताल में मरीज देखेंगे। मरीजों को केंद्र पर प्राथमिक जांच के साथ दवा भी निश्शुल्क मिलेगी। वैचारिक रोगी हैं 75 प्रतिशत मरीज
चिकित्सा मनोवैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार पटेल बताते हैं कि 16 माह में वह ढाई हजार मानसिक रोगियों की काउंसि¨लग कर चुके हैं। इसमें 75 प्रतिशत मरीज वैचारिक विकृति वाले हैं। नियमित परामर्श से वह ठीक हो जाते हैं। 25 प्रतिशत रोगियों को ही जांच व दवा की आवश्यकता होती है।