बाढ़ में बहने से चार की मौत, तीन लापता
बलरामपुर : बलरामपुर : जिले में बाढ़ का कहर जारी है। सोमवार व मंगलवार को बाढ़ की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई और तीन लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। सोमवार को तुलसीपुर थाना क्षेत्र के मुड़िला नौबस्ता निवासी सत्यदेव तिवारी (35) का चारा काटने गया था और बाढ़ की जद में आ गया और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। शिवानगर निवासी 12 वर्षीय बालक संजीव बाढ़ में बह गया उसका पता नहीं है। ललिया थाना क्षेत्र के काशीपुर निवासी कामता प्रसाद यादव के 60 वर्षीय पिता राम मिलन रविवार को बाढ़ में बह गए थे उनका शव सोमवार को मिला। मंगलवार दोपहर में उतरौला कोतवाली क्षेत्र के रफीनगर निवासी अब्दुल कादिर (15) पुत्र कुन्नू पचपेड़वा मार्ग पर अपने दो दोस्तों शफीक (15) पुत्र चंदे तथा शादाब (16) पुत्र शकील निवासीगण रफीनगर के साथ बाइक से बाढ़ देखने गया था। तीनों बाढ़ में बह गए। इसमें से अब्दुल कादिर का शव बरामद किया गया है। नगर के बाढ़ग्रस्त पहलवारा मुहल्ले में छत पर सो रही सात वर्षीय काजोल पुत्री राजू की पानी में गिरकर मौत हो गई। नगर से सटे शारदा पब्लिक स्कूल में फंसे 31 छात्र व सात शिक्षक कर्मचारियों को एनडीआरएफ की मदद से बाहर निकाल लिया गया। बाढ़ से सात ब्लॉकों में ढाई लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। अभी भी राप्ती नदी खतरे के निशान (104.620 मीटर) से लगभग 84 सेंटीमीटर ऊपर 105.465 मीटर पर स्थिर है। राष्ट्रीय राजमार्ग (बौद्ध परिपथ) पर बाढ़ का पानी जमा हुआ है। इससे तुलसीपुर तहसील पूरी तरह से जिला मुख्यालय से कट हुआ है। रविवार रात से उतरौला का भी संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। बाढ़ ने बलरामपुर शहर को भी आगोश में ले रखा है।
बता दें कि पिछले पांच दिनों से राप्ती समेत जिले के पहाड़ी नालों ने तटीय क्षेत्रों में जल प्रलय मचा रखा है। बौद्ध परिपथ (तुलसीपुर मार्ग) पर बेलहा डिप से निकल रहा पानी और बढ़ा है। नगर की सीमा तक पूरा बौद्ध परिपथ जलमग्न है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से यातायात बैरियर लगाकर रोक दिया गया है। बाढ़ से धर्मपुर बिनहौनी, कटराशंकर नगर, पिपरा गांव, बलरामपुर देहात, बिजलीपुर, सिसई, गैंजहवा, छोटा धुसाह, मन्नीपुर टिकुइया, खमऊआ,रंजीत पुर समेत कई गांव घिरे हैं। यहां दो से ढ़ाई हजार लोग फंसे हुए हैं। जिलाधिकारी मुकेश चंद्र ने बताया कि सात ब्लॉक बाढ़ से प्रभावित हैं। बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम लगा दी गई है। 24 राहत चौकी व 12 राहत शिविर बनाए गए हैं। यहां हरसंभव सहायता बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही है। शारदा पब्लिक स्कूल में फंसे 31 छात्र व सात शिक्षक कर्मचारियों को सकुशल बचा लिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कुछ घर व चाहरदीवारी के जमींदोज होने की सूचना है।