24 गांव पानी से घिरे, नहीं पहुंच रही सहायता
बलरामपुर : राप्ती नदी खतरे के निशान 104.620 को पार कर 104.810 पर पहुंच गई है। जो 19 सें
बलरामपुर : राप्ती नदी खतरे के निशान 104.620 को पार कर 104.810 पर पहुंच गई है। जो 19 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नदी के 24 तटवर्ती गांव पानी से घिर गए हैं। बाढ़ का पानी तीन मार्गों पर बहने से आवागमन प्रभावित है। गौरा चौराहा- तुलसीपुर मार्ग पर दतरंगवा डिप पर पांच फिट ऊपर पानी बहने से करीब आठ दिन से आवागमन बंद है। श्रीदत्तगंज क्षेत्र में जिग्ना गांव को जाने वाले मार्ग पर पानी भरा है। महेशभारी-बाबागंज मार्ग पर हरवंशपुर गांव के पास सड़क पर पानी का बहाव तेज है। ललिया-हरिहरगंज मार्ग पर लौकहवाडिप पर बाढ़ का पानी बह रहा है। इसके बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर पानी पार कर आ जा रहे हैं।
राप्ती नदी के बाढ़ से रेहार, भीखमपुर, लक्ष्मनडीह, कटरा शंकरनगर, धर्मपुर, मन्नीपुर टिकुइया, नरायनपुर मझारी, करमहना, नौबस्ता, रामपुर बनघुसरा समेत अन्य गांव घिर गए हैं। गांव के बाहर पानी भर जाने से लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौराचौराहा क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती के उफान से नेवारी व ¨सघवापुर गांव को जाने वाले मार्ग पर पानी आ गया है। गांव के राजाबाबू, सरोज व हनोमान ने बताया कि सड़क पर पानी भर जाने से लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। क्षेत्र के छह परिषदीय स्कूल पानी से घिर हुए हैं। बाढ़ के पानी से घिरे गांव में अब तक किसी तरह की सहायता नहीं पहुंची है। दूसरी तरफ पहाड़ी नाला खरझार की बाढ़ खत्म हो गई है लेकिन, गांव में कीचड़ हो जाने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। रामगढ़ मैटाहवा, लोहेपनिया, सहिबानगर गांव से पानी हट गया है। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि नदी स्थिर है। पानी का फैलाव अभी गांवों तक नहीं हुआ है। तटवर्ती गांव के खेतों में पानी दिख रहा है। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों को सजग कर दिया गया है।