398749 बच्चों ने जिदगी की दो बूंद, 101 प्रतिशत टीकाकरण
पहले दिन बूथ दिवस पर टीकाकरण का औसत काफी कम रहा लेकिन डोर टू डोर पहुंचकर टीमों ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कर लिया।
बलरामपुर : विभिन्न चरणों में चले पल्स पोलियो अभियान में अब तक 398794 बच्चों को जिदगी की दो बूंद पिलाई गई। पहले दिन बूथ दिवस पर टीकाकरण का औसत काफी कम रहा, लेकिन डोर टू डोर पहुंचकर टीमों ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कर लिया।
एक फरवरी को शुरू हुए पल्स पोलियो अभियान में पहले दिन बूथ दिवस आयोजित किया गया। इसमें बच्चों को दवा पिलाने के लिए 1095 बूथों पर एक लाख से अधिक बच्चों ने जिदगी की दो बूंद पी। इसके बाद छूटे हुए बच्चों के लिए 626 टीमें गठित की गई। गठित टीमों ने घर-घर पहुंचकर छूटे हुए बच्चों को दवा पिलाई। गैड़ासबुजुर्ग के मुरावनगांव में यूनीसेफ की शिखा श्रीवास्तव ने प्रतिरोधी परिवारों को टीकाकरण के लिए राजी किया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.अरुणकुमार ने बताया कि 393101 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य था। 3984749 बच्चों ने दवा पी है, जो निर्धारित लक्ष्य का 101.43 प्रतिशत रहा। माताओं को दी बाल रोगों से बचाव की जानकारी
बलरामपुर : उप स्वास्थ्य केंद्र जैतापुर, जमुवरिया व झौव्वा में माताओं की बैठक हुई। इसमें ब्लॉक रैपिड रिस्पांस टीम ने दस जानलेवा बीमारियों के बारे में माताओं को जानकारी देते हुए बचाव के उपाय बताए। नवजात को स्तनपान कराने के लिए जागरूक किया।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र आर्य ने बताया कि यूनीसेफ ब्लॉक मोबिलाइजर व स्वास्थ्य टीम गांवों में गोष्ठी कर माताओं को जानकारी दे रही है, जिससे मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी आ सके। क्षय रोग, गलाघोटू, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, पीलिया, खसरा, रूबेला, निमोनिया, दिमागी बुखार व दस्त से संबंधित लक्षण के बारे में बताया।
सीएचओ सत्यवती ने महिलाओं को स्तनपान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहाकि छह माह के बच्चे को सिर्फ मां का ही दूध पिलाना चाहिए। इससे बच्चे के मानसिक व शारीरिक विकास में तेजी से वृद्धि होती है।
धीरेंद्र नाथ पांडेय, सीमा यादव, रागिनी श्रीवास्तव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संध्या सिंह, मंजू चौधरी, दीपलता, आशा नीलम पांडेय, कुसुमा देवी, मीना देवी, कृष्ण केवल, हरीश दीक्षित व रामपूरन मौजूद रहे।