बकाया भुगतान न मिलने से किसानों में आक्रोश, किया प्रदर्शन
चित्र परिचय : संवादसूत्र, उतरौला (बलरामपुर) : गन्ने के बकाए मूल्यों का भुगतान दिलाने की दिलाने समेत किसानों की अन्य मांगों को लेकर किसान मंच ने तहसील गेट पर धरना दिया धरने में पिछले पेराई सत्र के भुगतान के विलंबित अवधि का ब्याज दिलाने व वर्तमान पेराई सत्र के सौ दिनों से अधिक समय का बकाया दिलाने की पुरजोर मांग की गई। महामहिम किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिल रहा है। आलू किसान सही दाम न पाने पर उपज को फेंकने पर विवश होता है तो कभी गन्ने के दाम के लिए दो-दो साल प्रतीक्षा करनी पड़ती है। किसानों की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है।
बलरामपुर : गन्ना मूल्य भुगतान न मिलने से किसानों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को किसान मंच के बैनर तले तहसील गेट पर किसानों ने धरना दिया। इसके बाद राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम जेपी ¨सह को सौंपा।
किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिल रहा है। आलू किसान सही दाम न पाने पर उपज को फेंकने पर विवश होता है तो कभी गन्ने के दाम के लिए दो-दो साल प्रतीक्षा करनी पड़ती है। किसानों की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है। पूंजीपति व जनप्रतिनिधियों के खजाने भरते जा रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य चंद्र प्रकाश पांडेय ने कहा कि क्षेत्र के किसानों की समस्या सदनों में नहीं उठाई जाती है। जिससे किसान सड़क पर उतरने को विवश हैं। किसान क्रांति यूनियन के जिलाध्यक्ष खलील शाह ने कहा कि जिले की अन्य चीनी मिलें अगर सरकार की नीतियों का पालन कर रही हैं तो इटई मैदा चीनी मिल ही किसानों का शोषण क्यों कर रही है। किसानों को तीन महीने से भुगतान नहीं मिल सका है। सहालग में किसानों को पैसे जरूरत है, लेकिन उनके खाते में धनराशि नहीं है। साहूकारों से किसानों को कर्ज लेना पड़ रहा है। धरने को कमलेश्वर ¨सह, शिवंबर मिश्र, अविनाश पांडेय, जीवन लाल यादव, चौधरी इरशाद, राम सोहरत यादव, डिप्टी ¨सह, बब्बू ¨सह ने संबोधित किया। धरने में कई किसान शामिल हुए।