बिना लैब के विभाग, इलाज कैसे हो जनाब
बलरामपुर : गंदगी से फैलने वाली मच्छर जनित बीमारी से बचाव के लिए विभाग के पास संसाधन नहीं ह
बलरामपुर : गंदगी से फैलने वाली मच्छर जनित बीमारी से बचाव के लिए विभाग के पास संसाधन नहीं हैं। मरीजों की जांच के लिए मलेरिया विभाग के पास लैब नहीं है। दस फा¨गग मशीनें खराब हैं। परिसर में खड़े वाहनों में जंक लग गई है। अफसर धरातल पर उतरने के बजाए कागजी कोरम पूरा करने में जुटे हैं। दवा का छिड़काव न होने से मच्छर जनित बीमारियां जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई), डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया व फाइलेरिया के फैलने की आशंका बढ़ गई है। 15 मरीज हैं चिन्हित
जिले में मच्छर जनित बीमारी एक्यूट इंसेफ्लाइटिस ¨सड्रोम (एइएस) के 13 व जापानी इंसेफ्लाइटिस के दो मरीज मिले हैं। लैब न होने से इन सभी को बहराइच व लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान चिन्हित किया गया है।
फा¨गग मशीन खराब
जिले को मिली 14 में से दस फा¨गग मशीनें खराब हैं। विभाग ने एक मशीन नगर पालिका को उधार दे रखी है। अधिकारी तीन मशीन से ही नौ ब्लॉक में नियमित फा¨गग कराने का दावा कर रहे हैं। जर्जर हो गए वाहन
मलेरिया विभाग के पास दो वाहन हैं, लेकिन दोनों वाहन सीएमओ कार्यालय में जर्जर खड़े हैं। फा¨गग मशीन व दवा लादकर ले जाने वाली ट्रॉली भी जिला मेमोरियल अस्पताल में जंक खा रही है।
जिम्मेदार के बोल :
जिला मलेरिया अधिकारी मंजुल मयंक का कहना है कि उपलब्ध संसाधनों से बेहतर कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है। फा¨गग कराई जाती है।