बजट मिला भरपूर, गोशाला नहीं बनी हुजूर
नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश न केवल यातायात व राहगीरों की समस्या बढ़ा रहे हैं बल्कि हरी-भरी खेती को भी चौपट कर रहे हैं।
बलरामपुर:बेसहारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में रखने की योजना अब तक परवान नहीं चढ़ सकी है। तहसील क्षेत्र में 13 गोशाला बनवाने के लिए मनरेगा व नगर पालिका से काम कराया जाना था, लेकिन अब तक आश्रय स्थल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश न केवल यातायात व राहगीरों की समस्या बढ़ा रहे हैं बल्कि हरी-भरी खेती को भी चौपट कर रहे हैं। उतरौला ब्लॉक में तिलखी बढ़या, बभनीबुजुर्ग व गरीबनगर में पशु आश्रय स्थल बनने थे। गरीबनगर में अब तक काम शुरू नहीं हो सका है। जबकि अन्य दोनों गांवों में धन आवंटित होने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका है। गैंड़ासबुजुर्ग में दुधरा, रेहरा में मनुआगढ़, मीरपुर, रेहरा व बैरिया सुरजनपुर में पशु आश्रय स्थल बनने हैं। श्रीदत्तगंज में देवरिया मुबारकपुर, मनियरिया, गायडीह व पुरैना कानूनगो में गोशाला बननी है। बेसहारा घूम रहे पशु आए दिन दुर्घटनाओं का सबब बन रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार उदासीन बने हुए हैं। जिम्मेदार के बोल :
-एसडीएम जेपी ¨सह का कहना है कि जिन गांवों में जमीनों का चिन्हांकन पूरा हो चुका है, उन गांवों में निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश खंड विकास अधिकारियों को दिया गया है। जल्द ही बेसहारा पशुओं को गोशाला में भेजा जाएगा।