फाइलों में स्वच्छता अभियान, अफसर नहीं दे रहे ध्यान
बलरामपुर : जिले में फैल रही मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के प्रति जिम्मेदार उदासीन बने हुए
बलरामपुर : जिले में फैल रही मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के प्रति जिम्मेदार उदासीन बने हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की साफ-सफाई व दवा छिड़काव नहीं कराया जा रहा है। ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति के खाते में भेजी गई धनराशि अब तक खर्च ही नहीं हुई है। नहर बालागंज स्थित सीएमओ कार्यालय के सामने भरा पानी संक्रामक बीमारियों को न्यौता दे रहा है। क्षेत्र में जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई), डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया व फाइलेरिया फैल रही है। साफ-सफाई व दवा छिड़काव कराने के लिए प्रत्येक गांव में ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति गठित है। जिसका संचालन ग्राम प्रधान व आशा मिलकर करते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग उन्हें प्रतिवर्ष दस हजार रुपये भी देता है। इसी तरह विभाग उप स्वास्थ्य केंद्र को भी स्वच्छता व साफ-सफाई के लिए प्रति वर्ष दस हजार रुपये देता है, लेकिन जिम्मेदार इस मद को खर्च करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2017-18 में इन दोनों मदों को मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये खाते में ही डंप रह गए। उन्हें खर्च नहीं किया गया। ऐसे में क्षेत्र में बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। मांगी जा रही है रिपोर्ट :
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि सभी ब्लॉकों को बरसात में गांवों की विधिवत साफ-सफाई कराकर विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद खर्च की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। होगी कार्रवाई :
- अपर सीएमओ डॉ. जयंत कुमार का कहना है कि दोनों मदों के खर्च में सुधार करने का निर्देश अधीक्षकों को जारी हुआ था। कुछ लोगों ने गांवों में कार्य भी कराया है। रिपोर्ट आने के बाद इसमें रुचि न दिखाने वाले अधीक्षकों पर कार्रवाई की संस्तुति भी की जाएगी।