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गड्ढों में जा रही जान, हवा में चला अभियान

बलरामपुर:प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान क्यों न दिया हो, लेकिन अफ

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 10:27 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 10:27 PM (IST)
गड्ढों में जा रही जान, हवा में चला अभियान
गड्ढों में जा रही जान, हवा में चला अभियान

बलरामपुर:प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान क्यों न दिया हो, लेकिन अफसरों की कार्यशैली से उसकी मंशा परवान नहीं चढ़ सकी। जिले की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जनवरी से अब तक 81 मार्ग दुर्घटनाएं हो चुकी है। जिसमें 50 लोगों की मौतें हो चुकी है। 48 लोग अभी जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। बावजूद इसके सड़कों का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। जिससे दुर्घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

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प्रदेश सरकार ने जून के पहले पखवाड़े में सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया था। बलरामपुर से गोंडा, उतरौला, तुलसीपुर व बहराइच मुख्य मार्गों की हालत दयनीय है। ग्रामीण अंचल की सड़कों का पुरसाहाल नहीं है। आए दिन इन गड्ढों में फंसकर वाहन पलट रहे हैं। जिससे जनहानि हो रही है। बावजूद इसके सड़कों की मरम्मत फाइलों में दिखाकर लाखों का वारा-न्यारा कर दिया गया है।

ये हैं दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र

-तुलसीपुर मार्ग स्थित एमएलके महाविद्यालय मोड़, बिजलीपुर, गांगनार, बेलहा डिप, कौवापुर मोड़, बहराइच मार्ग पर कलेक्ट्रेट मोड़, हरिहरगंज बाजार, कल्ला भट्ठा, गोंडा मार्ग स्थित चीनी मिल, फुलवरिया बाइपास, बहादुरपुर मोड़ व उतरौला मार्ग पर नहर बालागंज, महेशभारी मोड़ व कपौवा शेरपुर के पास आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं।

गड्ढामुक्त के नाम पर हुआ खेल

-जिले में करीब 300 सड़कों को गड्ढामुक्त करने के नाम पर जमकर खेल किया गया। बरसात के पूर्व गड्ढों में पैच वर्क दिखाकर लाखों रुपये का बंदरबांट किया गया। तत्कालीन जिलाधिकारी राकेश मिश्र ने टीम गठित कर सड़कों की रिपोर्ट मांगी थी। इसी बीच उनका तबादला हो गया। जांच फाइलें अलमारी में कैद हो गईं। जिससे गड्ढामुक्त में हुए खेल का खुलासा नहीं हो सका। अब अधिकारी बारिश में सड़कें क्षतिग्रस्त होने का बहाना कर लीपापोती करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

एसपी के बोल

-वाहनों की तेज गति दुर्घटना का कारण बन रही है। 50 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 48 लोग घायल हो चुके हैं। दोपहिया वाहन चालकों को हेल्मेट पहनने व नशा न करने की बराबर हिदायत दी जाती है। बावजूद इसके यातायात नियमों का पालन न करना दुर्घटना का कारण बन रहा है। -राजेश कुमार, एसपी बलरामपुर


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