भारत-नेपाल सीमा का होगा सर्वे
बलरामपुर : भारत-नेपाल सीमा का सर्वे भारतीय सर्वेक्षण विभाग की टीम करेगी। टीम जिले में पहुंच
बलरामपुर : भारत-नेपाल सीमा का सर्वे भारतीय सर्वेक्षण विभाग की टीम करेगी। टीम जिले में पहुंच गई है। सीमा के सर्वे का काम छह माह तक चलेगा। सर्वे टीम ने जरवा में डेरा डाला है जो सीमा पर अतिक्रमण व पिलर की स्थिति का आंकलन कर अपनी रिपोर्ट देगी। सर्वे को लेकर चालू माह में ही दोनों देशों के सीमावर्ती जिलों के आला अधिकारियों की बैठक बलरामपुर में होगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक को लेकर 18 दिसंबर को तैयारी बैठक आयोजित की गई है।
जिले में करीब 93 किलोमीटर लंबी खुली सीमा है। सीमा की सुरक्षा के लिए एसएसबी तैनात है। दोनों देशों की सीमा अलग करने के लिए पिलर (सीमा स्तंभ) बने हैं। दोनों देशों के 550 सीमा स्तंभ हैं। इसमें कितने स्तंभ सही हैं। एक दूसरे की सीमा में कब्जा तो नहीं है। इसका सर्वे टीम करेगी। सम संख्या वाले स्तंभों की जिम्मेदारी भारत और विषम संख्या वाले स्तंभों के रखरखाव का जिम्मा नेपाल सरकार का है। सर्वे टीम सीमा स्तंभों की स्थिति देखेगी। उसके बाद अपनी रिपोर्ट प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपेगी। सहायक भूलेख अधिकारी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सीमा सर्वेक्षण 2017-18 के लिए टीम आ गई है। टीम छह माह में सर्वे कार्य पूरा करेगी। बताया कि डीएम की अध्यक्षता में 18 दिसंबर को कलेक्ट्रेट में एसपी, एसएसबी कमांडेंट, डीएफओ, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण, एसडीएम सदर व तुलसीपुर एसडीएम की मौजूदगी में बैठक होगी। इसी दौरान सीमावर्ती दोनों देशों के अफसरों के साथ प्रस्तावित बैठक की रूप रेखा तय की जाएगी।