यात्रियों को नहीं मिल रहीं सुविधाएं फिर भी दे दिया एक करोड़ का ठेका
अप्रैल में एक करोड़ एक लाख में हुआ था टैक्सी स्टैंड का ठेका सुविधाएं न होने से छह माह बाद बंद हुई वसूली
श्लोक मिश्र, बलरामपुर:
नगर पालिका प्रशासन ने एक करोड़ एक लाख रुपये में टैक्सी स्टैंड की नीलामी तो कर दी, लेकिन टैक्सी स्टैंड पर यात्री सुविधाएं मुहैया कराना मुनासिब नहीं समझा। नगर क्षेत्र में पांच स्थानों पर वाहन अड्डा बनाकर एक अप्रैल से वसूली भी शुरू की गई। फिर भी यात्रियों की सुविधाओं का तनिक भी ध्यान नहीं आया। छह माह बीतने के बाद नपाप को ख्याल आया, तो ठेकेदार को सुविधाओं के साथ वसूली का फरमान जारी कर दिया।
टैक्सी स्टैंडों पर वसूली बंद कर दी गई, लेकिन नपाप प्रशासन ने वसूली स्थलों पर शौचालय, पेयजल व टिन शेड की व्यवस्था के लिए कोई प्रयास नहीं किए।
-नगर के तुलसीपुर, गोंडा, उतरौला व बहराइच मार्ग पर अब तक अस्थाई वाहन अड्डा बनाकर ठेकेदार के गुर्गे वसूली करते आ रहे हैं। रोजाना दो से तीन हजार लोग टैक्सियों से सफर करते हैं। इनके बैठने के लिए बेंच तक नहीं है। शौचालय के अभाव में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नपाप ने गोंडा व उतरौला मार्ग पर आने-जाने वाले वाहनों के लिए तुलसीपुर मार्ग स्थित सड़क पटरी पर टैक्सी स्टैंड निर्धारित किया है। बहराइच मार्ग के लिए पीपल चौराहा से स्टेडियम जाने वाली सड़क पटरी के बगल टैक्सी स्टैंड स्थित है। तुलसीपुर मार्ग जाने वाले वाहनों के लिए मेजर चौराहा सड़क पटरी पर स्टैंड बनाया गया है। इनमें कहीं भी यात्री सुविधाएं नहीं हैं। बहराइच मार्ग के लिए बने टैक्सी स्टैंड पर कभी वाहन खड़े नहीं होते हैं। मेजर चौराहा स्टैंड पर भी इक्का-दुक्का वाहन ही दिखाई पड़ते हैं।
मौन हैं आला अधिकारी:
-मार्च में टैक्सी स्टैंड की नीलामी के बाद छह माह बाद अब नपाप ने सुविधाएं दुरुस्त करने का फरमान जारी किया है। बताया जाता है कि ठेकेदार निर्धारित स्थलों पर पक्का निर्माण कराने को भी तैयार हैं, लेकिन नपाप जमीन उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। अब सवाल यह है कि बिना सुविधाओं के हर साल नपाप करोड़ों रुपये का ठेका उठा रहा है, लेकिन आला अधिकारी मौन हैं।
सुविधाओं के साथ वसूली का निर्देश:
-अधिशासी अधिकारी राकेश कुमार जायसवाल का कहना है कि निर्धारित टैक्सी स्टैंडों पर सुविधाओं के साथ वसूली करवाने का निर्देश दिया गया है। नगर क्षेत्र में व्यवसाय के उद्देश्य से प्रवेश करने वाले वाहनों से ही टैक्सी स्टैंड शुल्क वसूलने का नियम है। टैक्सी स्टैंड पर यात्रियों के बैठने के लिए सीट, पेयजल व शौचालय की व्यवस्था हर हाल में होनी चाहिए।