Balrampur Bus Accident: '...नहीं पता कैसे बच गए', शीशा तोड़कर बाहर निकले यात्रियों ने सुनाई दहशत की दास्तां
बलरामपुर में फुलवरिया बाईपास पर रात दो बजे एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। धमाके के साथ बस में आग लग गई और करंट भी लगा। कुछ यात्रियों ने शीशा तोड़कर अपनी ...और पढ़ें

अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर। रात के दो बज रहे थे। घरों में लोग गहरी नींद में सो रहे थे। बस में यात्री जग और झपकी ले रहे थे। इसी बीच तेज आवाज के साथ सीधी जा रही बस दाएं तरफ मुड़कर सड़क किनारे जा रुकी।
यह कहानी गोंडा मार्ग पर फुलवरिया बाईपास चौराहा पर हादसे की शिकार बस में सवार यात्रियों की है। उनको सकुशल बचने पर स्वयं ही भरोसा नहीं हो रहा है। संयुक्त जिला चिकित्सालय में भर्ती बुटवल नेपाल के शिव बहादुर परिहार पत्नी पूर्णिमा परिहार व बेटी के साथ गुड़गांव जाने के लिए सोनौली से बस पर सवार हुए थे।
बताया कि बलरामपुर से पहले ढाबा पर बस रुकी थी। वहीं चाय पानी पीने के बाद सभी निकले थे। पांच मिनट के बाद तेज आवाज हुई, लोग कुछ समझ पाते तब तक आग लग गई। धमाके की आवाज के साथ करंट भी लगा। बस के अंदर से पत्नी और बच्ची को लेकर बाहर कैसे निकल आए, कुछ पता नहीं है। बस बच गए, यह भरोसा नहीं हो रहा है। बस में बीच में बैठे थे। 40-45 लोग बस में सवार थे।
गुलमी नेपाल के बाल बहादुर ने बताया कि चालक तेज रफ्तार से बस चला रहा था। संभवत: चालक ने शराब भी पी रखी थी। यात्री जग रहे थे। इसलिए लोग शीशा तोड़कर बाहर निकल आए।
यहीं के लोकेंद्र बहादुर ने बताया कि बच गए, कैसे बचे, नहीं जानते। बाहर निकले तो देखा बस जल रही थी। लोग बचाव-बचाव की आवाज दे रहे थे। पूरी बस पैक थी। सीट खाली नहीं थी। अधिकांश नेपाल के ही लोग ही थे। संख्या नहीं पता है।

यह भी पढ़ें- Balrampur Bus Accident: जान बचाने के लिए खिड़की का शीशा तोड़कर कूदे लोग, जिंदा जल गए 3 यात्री; भयावह था मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों ने जो देखा
400 मीटर दूर तक सुनी गई आवाज
प्रशांत मौर्य ने बताया कि घटना दो बजे के आसपास हुई है। तेज धमाके की आवाज सुन घर से बाहर निकले तो देखा बस में आग लगी है। लगातार छह धमाकों की आवाज सुनी गई है। इसमें टायर व छोटे वाले गैस सिलेंडर फटने की भी आवाज हो सकती है। घरों से निकल कर लोग बाल्टी में पानी भर के डाल रहे थे। दमकल कर्मियों के पहुंचने के बाद आग बुझनी शुरू हुई।
कंटेनर ने बस को टक्कर मार दी
सेवा भारती से जुड़े बीडी जायसवाल ने बताया कि फुलवरिया बाईपास ओवरब्रिज से कंटेनर ट्रक तेज रफ्तार से आ रहा था और गोंडा जा रही बस को बीच में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही बस बिजली का खंभा तोड़ते हुए सड़क के किनारे जाकर दुकान के सामने सट गई।
बस का शीशा तोड़ कर अधिकांश लोग बाहर निकल आए। दो शव बस के अंदर से निकाले गए, जो पूरी तरह जल गए थे। चौराहा पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। दिन में तो पुलिस की ड्यूटी रहती है। शाम होते ही चौराहा खाली हो जाता है। ट्रैफिक बढ़ा है, उस हिसाब से चौराहा का विकास नहीं किया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।