आयुर्वेदिक दवाओं का नहीं होता नकारात्मक प्रभाव
बलरामपुर : मरीजों का उपचार करने के लिए समाप्त होती जा रही आयुर्वेदिक विधा को जन-जन तक
बलरामपुर : मरीजों का उपचार करने के लिए समाप्त होती जा रही आयुर्वेदिक विधा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. दिग्विजय नाथ ने विशेष पहल की है। शिविर लगाकर लोगों को इसके प्रति जागरुक किया जा रहा है। डॉ. दिग्विजय नाथ ने बताया कि आयुर्वेदिक दवाएं मर्ज को जड़ से समाप्त करने का कार्य करती हैं। इनका शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है। आयुर्वेदिक पुरानी विधा है। इसे जन जन तक पहुंचाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है। कहाकि सभी राजकीय अस्पताल में पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं। वहां पहुंचकर मुफ्त इलाज करा सकते हैं। आयुर्वेद में चर्म रोग, उदर रोग (पेट दर्द) व वात विकार (हड्डी रोग) के मरीजों का प्रभावी इलाज है। लोग आयुर्वेदिक दवा लेकर इन रोगों से मुक्त हो सकते हैं।