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गंगा उफान पर, तटवर्ती इलाकों में दहशत

गंगा के जलस्तर में शुक्रवार को तेजी से वृद्धि का क्रम जारी रहा केंद्रीय जल आयोग के गायघाट केंद्र पर दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 51.30 मीटर दर्ज किया गया। गंगा प्रति घंटा पांच सेमी की रफ्तार से बढ़ाव पर है। वहीं 61.4 मिमी वर्षा रिकार्ड दर्ज किया गया। पहाड़ों पर बरसात का क्रम जारी होने के कारण गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 09:51 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 06:25 AM (IST)
गंगा उफान पर, तटवर्ती इलाकों में दहशत

जागरण संवाददाता, मझौवां (बलिया) : गंगा के जलस्तर में शुक्रवार को तेजी से वृद्धि का क्रम जारी रहा। केंद्रीय जल आयोग के गायघाट केंद्र पर दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 51.30 मीटर दर्ज किया गया। गंगा के उफान पर आने से तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल है।

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गंगा प्रति घंटा पांच सेमी की रफ्तार से बढ़ाव पर है। वहीं 61.4 मिमी वर्षा रिकार्ड दर्ज किया गया। पहाड़ों पर बरसात का क्रम जारी होने के कारण गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम जारी रहा। गंगा के जलस्तर गुरुवार को 50.73 मीटर दर्ज किया गया था और वर्षा 140 मिमी रिकार्ड दर्ज किया गया था। गंगा की जलस्तर में वृद्धि को देखकर तटवर्ती केहरपुर, सुघर छपरा, अवशेष चौबे छपरा, रामगढ़ के सोनारटोला आदि गांवों के लोगों की नींद हराम होने लगी है। वहीं कटानरोधी कार्य न होने से उक्त गांवों के अस्तित्व का खतरा बना हुआ है।

बाढ़ खंड द्वारा केहरपुरव रामगढ़ के सोनारटोला में कटर बनाने के लिए बोरियों में बालू कटर बनाने का प्रयास किया गया लेकिन बरसात के कारण सफलता नहीं मिल सकी। गंगा में उफान आने के कारण बाढ़ खंड सहित तटवर्ती लोगों की धड़कनें तेज हो गई है। हालांकि अभी किसी स्थल पर कटान शुरू नहीं हुआ है कितु गंगा की गति को देख उक्त गांवों के सामने कटान की संभावना बढ़ने लगी है। यहां चेतावनी बिदु 56.615 मीटर है, जबकि खतरा बिदु 57.615 मीटर है।


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