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वाराणसी-औड़िहार-भटनी रेल लाइन का विद्युतीकरण तेज

वाराणसी-औरिहार-भटनी रेल खंड पर रेल लाइन के विद्युतीकृत करने का कार्य तेजी से जारी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 05:36 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 05:36 PM (IST)
वाराणसी-औड़िहार-भटनी रेल लाइन का विद्युतीकरण तेज
वाराणसी-औड़िहार-भटनी रेल लाइन का विद्युतीकरण तेज

जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): वाराणसी-औड़िहार-भटनी रेल खंड पर रेल लाइन के विद्युतीकृत करने का कार्य तेजी से जारी है। औड़िहार की तरफ तो यह कार्य लगभग पूरा हो गया है, जबकि बिल्थरारोड-मऊ रूट पर यह कार्य तेजी से अंतिम चरण में है। रेलवे का दावा है कि सब ठीक रहा तो मार्च तक इस रूट पर विद्युतीकृत ट्रेनों की टेस्टिग पूरी हो जाएगी और उसके बाद इस रूट पर भी बिजली की गति से ट्रेनों दौड़ेंगी। हालांकि अभी बिल्थरारोड प्लेटफार्म से सटे दोनों तरफ रेल लाइन पटरी का भी विस्तार होना है, जिसका कार्य अभी पूरी तरह से बाकी है।

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वहीं वाराणसी रेल मंडल के भटनी-औड़िहार रेलखंड को घाघरा नदी से बिल्थरारोड (बलिया)-मऊ व देवरिया, गोरखपुर को जोड़ने वाला अंग्रेजों के जमाने का बना जर्जर रेल पुल के ठीक समानांतर एक नया रेल पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। पुराने पुल की अपेक्षा में यहां का प्रस्तावित नया रेल पुल डबल लाइन का होगा और विद्युतीकरण के बाद इस पर ट्रेनें बिजली की गति से दौड़ेंगी। यहां बनने वाला नया रेल पुल भी करीब 19 विशाल खंभों पर बनेगा।

नए रेल पुल के खंबे आरसीसी के होंगे और पुल के ऊपर स्टील का वर्क होगा। करीब 250 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रेल पुल का निर्माण घाघरा नदी के दोनों छोर पर बसे बलिया व देवरिया जनपद के किनारों को रेल मार्ग से जोड़ेगा। इधर बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर भी विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।


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