गबन व अनुशासनहीनता के आरोप में दो सचिव निलंबित
ग्राम विकास योजनाओं में लापरवाही अनुशासनहीनता व सरकारी धन के गबन के आरोप में दो सचिवों/ ग्राम विकास अधिकारी को डीडीओ शशिमौलि मिश्र ने गुरुवार को निलम्बित कर दिया। इसमें एक सचिव पर जहां मनरेगा राज्य वित्त एवं अन्य योजनाओं की धनराशि गटकने का आरोप है तो दूसरे सचिव को उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने का दोषी है।
जागरण संवाददाता, बलिया: ग्राम विकास योजनाओं में लापरवाही, अनुशासनहीनता व सरकारी धन के गबन के आरोप में दो सचिवों/ ग्राम विकास अधिकारी को डीडीओ शशिमौलि मिश्र ने गुरुवार को निलम्बित कर दिया। इसमें एक सचिव पर जहां मनरेगा, राज्य वित्त एवं अन्य योजनाओं की धनराशि गटकने का आरोप है तो दूसरे सचिव पर उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने का आरोप। निलम्बन अवधि में दोनों सचिव रसड़ा ब्लाक से सम्बद्ध रहेंगे।
विकास खंड मनियर के ग्राम पंचायत घाटमपुर के तत्कालीन सचिव परमेश्वर यादव ने नियमों को ताख पर रख कर योजनाओं के संचालन में न सिर्फ स्वेच्छाचारिता का परिचय दिया अपितु फर्जी कार्ययोजना के दम पर हजारों रुपये का गबन भी कर डाला। जांच अधिकारी केके राय (जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी) ने मनरेगा में प्रधान व सचिव की सांठगांठ से 78 हजार 296 रुपये का घालमेल करना पाया था। इसके अलावा उक्त सचिव पर पीएम आवास योजना में शिथिलता बरतने का भी आरोप है।
मनियर ब्लाक के ग्राम पंचायत भोजपुरवा के पात्र लाभार्थियों की सूची
उपलब्ध नहीं कराई गई। उक्त दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए निलम्बन की कार्रवाई की गई है। वहीं दूसरी ओर सीयर ब्लाक के ग्राम पंचायत खैराखास के सचिव सुशील कुमार चौहान ने तो हद ही पार कर दिया था। उच्चाधिकारियों के बार-बार के आदेश के बाद भी मृतक राघवेन्द्र दास की मृत्यु तिथि परिवार रजिस्टर में अंकित नहीं किया गया। जिसे गंभीरता से तेले हुए डीडीओ ने निलम्बन पत्र पकड़ा दिया।