नगरा विकास खंड में औंधे मुंह गिरी मिशन अंत्योदय योजना
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : भाजपा सरकार द्वारा अति पिछडे़ गांवों को पूर्ण रूप से संतृप्
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : भाजपा सरकार द्वारा अति पिछडे़ गांवों को पूर्ण रूप से संतृप्त करने के उद्देश्य से शुरू की गई मिशन अंत्योदय योजना जनपद के इस विकास खंड में औंधे मुंह गिर गई है। इस योजना का मुख्य मकसद गरीबी मुक्त गांव बनाना था। वर्ष 2017 में शुरू की गई इस योजना के मद में विकास कार्यों के लिए अब तक एक ढेला भी नहीं मिला है। बहुप्रचारित इस योजना के तहत जब 11 गांवों का चयन हुआ तो वहां के ग्राम प्रधानों की बांछे खिल गई थीं। उन्हें लगा कि अब उनके गांवों का कायाकल्प हो जाएगा लेकिन अब उनकी खुशियां काफूर हो गई हैं। इस योजना के तहत जिन गांवों का चयन किया गया था उनमें सरयां गुलाबराय, बभनौली, दिलमन मधुकीपुर, भिटकुना, रुपवार भगवानपुर, करनी, इंद्रौली मलकौली, रामपुर, अतरौली करमौता, निकासी व लहसनी थे। इस योजना के अन्तर्गत गांव में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शौचालय आदि पर कार्य होना था। इसके लिए सचिवों द्वारा कार्ययोजना भी बना कर जमा किया गया था। सब कुछ केवल फाइलों तक ही सिमट कर रह गया। आज भी चयनित गांवों के ग्राम प्रधानों को विश्वास है कि यह योजना अवश्य ही मूर्त रूप में आएगी व गांवों का विकास होगा। खंड विकास अधिकारी राम आशीष का कहना है कि मिशन अंत्योदय योजना के लिए शासन स्तर से कोई बजट नहीं स्वीकृत हुआ है। बजट मिलते ही विकास कार्य शुरू करा दिए जाएंगे।