समाज को बांटने वाला है तीन तलाक बिल
समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता राजकुमार पाण्डेय ने कहा कि यह निर्णय समाज को बांटने वाला है। इससे मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों के बीच विवाद बढ़ेगा। बिना मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सलाह से यह निर्णय दिया गया। जो सरासर गलत है। कोर्ट को इसमें बोर्ड से सलाह कर निर्णय देना चाहिए था।
बलिया : लोकसभा में तीन तलाक का बिल पास हो जाने के बाद समाज में लोगों की मिश्रित प्रतिक्रिया मिली। कुछ लोगों ने जहां से इसे क्रांतिकारी बताया वहीं कुछ लोगों ने इसे समाज को बांटने वाला करार दिया।
समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता राजकुमार पाण्डेय ने कहा कि यह निर्णय समाज को बांटने वाला है। इससे मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों के बीच विवाद बढ़ेगा। बिना मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सलाह से यह निर्णय लिया गया, जो सरासर गलत है। कोर्ट को इसमें बोर्ड से सलाह कर निर्णय देना चाहिए था।
उधर भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दूबे ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है। इससे जनता अपने आप में गौरवान्वित महसूस करेगी और मुस्लिम समाज के लोग इस रूढि़वादी कानून से मुक्त हो जाएंगे। सरकार की ओर से मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं को देखते हुए इस पर तेजी से कार्य चल रहा था। इस कानून से अब कोई भी मुस्लिम महिला को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। दूसरी ओर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ने कहा कि यह बिल मुस्लिम समाज के लिए हितकारी नहीं है। मुस्लिम महिलाओं के लिए कुछ हद तक अच्छा है लेकिन अनावश्यक रूप से मुस्लिम पुरुषों को कही न कहीं से प्रताड़ित होना पड़ेगा। इसमें संशोधन की आवश्यकता है। इसी क्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज राय ने कहा कि यह निर्णय ऐतिहासिक है। इससे मुस्लिम महिलाओं को जहां राहत मिलेगी वहीं पुरुषों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि सरकार का यह फैसला उचित है लेकिन इसमें अभी संशोधन की आवश्यकता है।