Flood In Baliya : गंगा का रुख नरम होते ही कटान का बढ़ा खतरा, आठ घंटे में मात्र एक सेमी बढ़ाव
जिले में गंगा के तेवर अभी तल्ख हैं। जलस्तर अब भी बढ़ाव की ओर है। गायघाट में शाम चार बजे जलस्तर 59.680 मीटर दर्ज किया गया। यह उच्चतम खतरा बिंदु 60.390 से मात्र 71 सेमी नीचे है। सुबह के बाद एक सेमी जलस्तर बढ़ गया।
बलिया, जागरण संवाददाता। जिले में गंगा के तेवर अभी तल्ख हैं। जलस्तर अभी भी बढ़ाव की ओर है। गायघाट में शाम चार बजे जलस्तर 59.680 मीटर दर्ज किया गया। यह उच्चतम खतरा बिंदु 60.390 से मात्र 71 सेमी नीचे है। रात में नदी का जलस्तर स्थिर था। लोग घटाव का अनुमान लगा रहे थे, लेकिन सुबह के बाद एक सेमी जलस्तर बढ़ गया, इससे लोग अभी भी सहमे हुए हैं। जिले में नरहीं से लेकर दरामपुर, खोड़ीपाकर, माल्देपुर, शहर के निचले इलाके में कई स्थानों पर कटान का भी बड़ा खतरा है। कई घरों में पानी घुसा है। हर कोई पानी उतरने का इंतजार कर रहा है।
सरयू में शुरू हुआ घटाव
सरयू में मंगलवार से घटाव शुरू हो गया है। तूर्तीपार डीएसपी हेड पर शाम चार बजे जलस्तर 62.660 मीटर दर्ज किया गया। सुबह आठ बजे जलस्तर 62.770 मीटर पर था। यहां खतरा बिंदु 64.04 मीटर है। नदी के घटाव पर अब कटान का खतरा बढ़ने लगा है।
सात पंचायतें प्रभावित, आबादी परेशान
दोकटी : गंगा के बाढ़ के कारण मुरलीछपरा के सात ग्राम पंचायतों की आबादी जलमग्न हो चुकी है। ग्राम पंचायत बहुआरा, हृदयपुर, मुरारपट्टी, शिवपुर कपूर दियर, दलकी नंबर एक, रामपुर कोडरहा, कोड़रहा नौबरार है, जिसमें रामपुर कोड़रहा व शिवपुर कपूर दियर की पूरी आबादी प्रभावित है। सैकड़ों लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। प्रशासन की ओर से कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। विषैले जीव भी घरों में प्रवेश कर जा रहे हैं।