यूपी-बिहार सीमा का नहीं निकल सका कोई हाल
बूथ व क्रय केंद्र का किया निरीक्षण मंडलायुक्त जगत राज ने भरौली क्षेत्र में सरयां प्राथमिक विद्यालय पर बूथ के निरीक्षण के दौरान बीएलओ से पूछताछ किया। साथ ही उन्हें महिलाओं का नाम प्राथमिकता के आधार पर करने का निर्देश दिया। कमिश्नर ने भरौली में क्रय केंद्र का भी निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, बलिया: यूपी- बिहार सीमा विवाद को लेकर कोरन्टाडीह में कमिश्नर आजमगढ़ जगत राज, डीएम भवानी ¨सह व सर्वे विभाग के उच्चाधिकारियों के बीच हुई बैठक में कोई खास निर्णय नहीं हो सका। वजह कि न तो भारत सरकार की ओर से आने वाले कोई अधिकारी आए और न ही बिहार की ओर से कोई अधिकारी पहुंच सका। मंडलायुक्त ने स्थानीय कास्तकारों से जरूरी जानकारी लेने के बाद अधिकारियों में मामले को सुलझाने के मामले पर आपस में चर्चा की।
दरअसल, कई दशक पहले बिहार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के बाद 12 गांवों का नाम बदल दिया गया था। इसके बाद से ही कास्तकारों के नाम में भी भ्रम जैसी स्थिति पैसा हो गई है। इसको लेकर आए दिन विवाद होते रहते हैं। इसका हल निकालने के लिए भारत सरकार के संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में यह बैठक होनी थी। इसमें मंडलायुक्त भी शामिल होने आ गए लेकिन इसमें ना तो भारत सरकार की ओर से कोई उच्चअधिकारी आए और ना ही बिहार सरकार की ओर से। बैठक में कास्तकारों से जरूरी जानकारी लेने के बाद अधिकारियों ने आपस में चर्चा की। इसके चलते किसी प्रकार का खास निर्णय नहीं लिया जा सका।
बूथ व क्रय केंद्र का किया निरीक्षण
मंडलायुक्त जगतराज ने भरौली क्षेत्र में सरयां प्राथमिक विद्यालय पर बूथ के निरीक्षण के दौरान बीएलओ से पूछताछ किया। साथ ही उन्हें महिलाओं का नाम प्राथमिकता के आधार पर करने का निर्देश दिया। कमिश्नर ने भरौली में क्रय केंद्र का भी निरीक्षण किया।