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गंगा तट शिवपुर पर पक्का पुल बनने की प्रक्रिया शुरू

जागरण संवाददाता दोकटी (बलिया) नए साल में गंगा तट शिवपुर पर पक्का पुल बनने की प्रक्रिया आरंभ हो गई। इससे लोगों में काफी हर्ष व्याप्त है क्योंकि लोगों को वर्षों से इस पुल का इंतजार था। लगभग दो दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर से उनक सहयोगी शिवपुर कपूर दियर निवासी पूर्व प्रधानाचार्य विश्वनाथ सिंह सैकड़ों लोगों के साथ पुल बनाने का आग्रह किया था। उनके आग्रह पर पूर्व प्रधानमंत्री के निर्देश पर संस्तुति के साथ ही पैमाइश भी आरंभ हो गई थी कितु कुछ लोगों ने अधिकारियों को बताया कि गंगा उस पार सीमा बिहार में पड़ता है इसी वजह से अवरुद्ध हो गया था कितु जांच में खुलकर आया कि गंगा के दोनों तरफ यूपी का ही सीमा है। उसके बाद पुल बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 06:50 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 09:05 PM (IST)
गंगा तट शिवपुर पर पक्का पुल बनने की प्रक्रिया शुरू
गंगा तट शिवपुर पर पक्का पुल बनने की प्रक्रिया शुरू

जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया): नए साल में गंगा तट शिवपुर पर पक्का पुल बनने की प्रक्रिया आरंभ हो गई। इससे लोगों में काफी हर्ष व्याप्त है क्योंकि लोगों को वर्षों से इस पुल का इंतजार था। लगभग दो दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर से उनके सहयोगी शिवपुर कपूर दियर निवासी पूर्व प्रधानाचार्य विश्वनाथ सिंह ने पुल बनाने का आग्रह किया था। उनके आग्रह पर पूर्व प्रधानमंत्री के निर्देश पर संस्तुति के साथ ही पैमाइश भी आरंभ हो गई थी कितु कुछ लोगों ने बिहार सीमा में पुल जाने की बात कहकर अधिकारियों को भ्रमित कर दिया था जिसके कारण कार्य अवरुद्ध था। जांच में खुलकर आया कि गंगा के दोनों तरफ यूपी की ही सीमा है। उसके बाद पुल बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई प्रधानमंत्री बनने से पहले चंद्रशेखर लोकसभा के चुनावी सभा के दौरान क्षेत्र में आए थे। उसी समय क्षेत्रीय लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री ने इस गंगा तट पर पीपा पुल बनाने की मांग की थी तो उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया था कि गंगा तट पर पक्का पुल बनवाया जाएगा। चंद्रशेखर जब प्रधानमंत्री बन गए तब लोगों की पहुंच तो उनसे दूर हो गई कितु लोग पत्र के माध्यम से उस वादा को बार-बार दिलाते रहे। जब पुन: पूर्व प्रधानमंत्री भ्रमण के लिए क्षेत्र में आए तो बसे पहले लोगों से कहा कि गंगा तट शिवपुर पर चलें, वहां देखा जाय कि कहां पुल बन सकता है। उसके बाद पैमाइश भी आरंभ हो गई। इसी बीच गंगा की धारा कटान के कारण इधर-उधर होने के कारण अधिकारियों को किसी ने यह बता दिया कि उस पार का सीमा बिहार में पड़ेगा, तबसे पुल निर्माण में शिथिलता आ गई। लगभग दो साल पूर्व से पुल बनाने की प्रक्रिया आरंभ हुई और सर्वे कराने के बाद शासन द्वारा धन भी मुहैया करा दिया गया।

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उल्लेखनीय है कि 23255 हजार करोड़ की लागत से शिवपुर गंगा तट पर उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा बनाए जाने वाले इस पुल की लंबाई 1884 मीटर है। जिसकी बनने की प्रक्रिया जोरों से चल रही है। इसके लिए कुछ मजदूर भी महीनों से काम में लगे हुए हैं। वहीं गिट्टी सहित अन्य सामग्रियां भी आनी शुरू हो गई है। इस पुल के बन जाने से एक तरफ जहां यूपी-बिहार की दूरी न के बराबर रह जाएगी और व्यवसाय के ²ष्टि से यह पुल काफी महत्वपूर्ण हो जाएगा। वही इस क्षेत्र के लोगों के सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन गंगा उस पार पड़ती है, जिस पर किसान आसानी से खेतीबारी कर सकते हैं। पहले अक्सर इधर के किसान अपना खेतों की बोआई तो कर देते थे कितु कटाई के समय रातोंरात उनकी फसल बिहार के दबंगों द्वारा काट ली जाती थी। किसान चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते थे।


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