भव्य कलश यात्रा संग आज से शुरू होगा 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ
-अंतिम रूप देने में लगे रहे साधक, आम व खास दे रहा योगदान -प्राण प्रतिष्ठा, श्रद्धा संबर्धन के सहारे होगी सामाजिक समरसता कायम
जागरण संवाददाता, बलिया: शहर से सटे महावीर घाट स्थित गायत्री मंदिर ने अब पूरी तरह से मिनी हरिद्वार का रूप धारण कर लिया है। शुक्रवार से शुरू हो रहे 108 कुंडीय श्रद्धा संवर्धन गायत्री महायज्ञ की शुरुआत कलश यात्रा के साथ होगी। चार दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के लिए यज्ञ स्थल को सजाने-संवारने का काम पूरा कर लिया गया है। 4 जनवरी से लेकर 7 जनवरी तक चलने वाली चार दिवसीय यज्ञशाला भव्य रूप से तैयार हो गया है। गायत्री परिवार के सदस्यों की देखरेख दर्जनों कामकारों की अलग-अल टोलियां अपने कार्य को अंतिम रूप दे दी हैं। लगभग दो बीघा में फैले इस आश्रम में एक तरफ यज्ञ मंडप को तैयार किया गया है। शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में विकसित केन्द्र में आध्यात्मिक चेतना के विकास के साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा आत्मबोध के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।
भटका हुआ देवता नामक स्थान कराएगा आत्मबोध
भटका हुआ देवता नामक स्थान व्यक्ति को आत्मबोध कराने का कार्य करता है तो प्रांगण में मौजूद शिव परिवार आदर्श परिवार की झलक प्रस्तुत करता है। इसके अलावा देवतुल्य हिमालय, नौ ग्रह, बारह राशियां व 27 नक्षत्रों का प्रतिनिधित्व करते उनके प्रतीक अपने आप अविस्मरणीय है। सर्वधर्म समभाव को चरितार्थ करने वाला इस केन्द्र में आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास की भी अच्छी-खासी व्यवस्था है।