-शुरू हो गई सूर्य षष्ठी व्रत की तैयारी
जागरण संवाददाता, बलिया : दीपावली, गोवर्धन पूजा व भैयादूज बीतने के साथ ही जनपद के नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में सूर्य षष्ठी व्रत (छठ पूजा) की तैयारी शुरू होने लगी है।
जागरण संवाददाता, बलिया : दीपावली, गोवर्धन पूजा व भैयादूज बीतने के साथ ही जनपद के नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में सूर्य षष्ठी व्रत (छठ पूजा) की तैयारी शुरू होने लगी है। छठ पूजा की तैयारी में महिलाएं अभी से जुट गईं हैं। बाजार में सुपली, दउरा, चंगेली की दुकानों पर खरीददारी के लिए महिलाओं की भीड़ जुटने लगी है। वहीं नारियल, माटी कटहल, गागल की दुकानें भी सज गई हैं। अभी से खरीदने पर भी सुरक्षित रहने वाले इन फलों की बिक्री शुरू हो गई है। इसके साथ ही छठ पूजा संबंधी साठी का चावल, चिउरा, लवंग, इलायची, गुड़, चीनी, घी, चना, अगरगत्ती, सकली, आदि की बिक्री भी शुरू हो गई है। वहीं कपड़ों की खरीददारी भी तेज हो गई है। इस वर्ष 11 नवंबर रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू यह सूर्य षष्ठी व्रत 14 को उगते सूर्य को अर्घ्य दान के बाद सम्पन्न होगा। खरना करने वाली व्रती महिलाएं 11 को नहाय-खाय के दिन चना का दाल, लौकी की सब्जी खाकर व्रत का शुभारंभ करेंगी। इसके बाद 12 को खरना करेंगी। खरना में सुबह से निर्जला रहकर व्रतियां दिन में 3.30 के आस-पास गुड़हल के फूल जल से सूर्य को अर्घ्य दान देने के बाद रोटी तथा गुड़, साठी के चावल व दूध का रसियाव बनाकर उसे प्रसाद स्वरूप ग्रहण करेंगी। वहीं 13 को भी निर्जला रहकर शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दान देंगी। इसके साथ ही 14 को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्यदान देने के बाद व्रत खोलेंगी। जो व्रती महिलाएं खरना नहीं करेंगी उनका नहाय-खाय 12 नवंबर को होगा।