Move to Jagran APP

त्योहार के पहले चीनी में घुली महंगाई की कड़वाहट

जागरण संवाददाता बलिया त्योहारों के पहले चीनी में महंगाई की कड़वाहट घुल गई है। दामो

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 06:30 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 07:21 PM (IST)
त्योहार के पहले चीनी में घुली महंगाई की कड़वाहट
त्योहार के पहले चीनी में घुली महंगाई की कड़वाहट

जागरण संवाददाता, बलिया : त्योहारों के पहले चीनी में महंगाई की कड़वाहट घुल गई है। दामों में लगातार हो रही वृद्धि से चीनी आम आदमी से दूर होती जा रही है। जिले में गुरुवार को चीनी का मूल्य चार रुपये तक बढ़ गया। एक सप्ताह पहले थोक में 3800 रुपये क्विटल बिकने वाली चीनी अब 4200 रुपये तक बिक रही है। इसके चलते फुटकर में दुकानों पर 42 से 46 रुपये प्रति किग्रा बिक्री हो रही है। दाम में लगातार हो रहे उतार चढ़ाव से दुकानदार भी परेशान हैं, वहीं पाकेट बंद चीनी की कीमत 60 रुपये प्रति किग्रा हो गई। पहले इसका रेट 56 रुपये प्रति किग्रा था। गुदरी बाजार के थोक व्यापारी पवन गुप्ता ने बताया कि चीनी कम सप्लाई होने से दिक्कत हुई है। इधर कई दिनों से रेट ऊपर नीचे हो रहा रहा है। इसके पीछे वजह आने वाले त्योहार भी हो सकते हैं। बता दें कि अक्टूबर व नवंबर में ही नवरात्र, दशहरा, दीपावली व छठ जैसे बड़े त्योहार हैं। ऐसे में चीनी के भाव बढ़ने से इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा।

loksabha election banner

--------

20 थोक कारोबारी करते कारोबार, 900 क्विटल की खपत

जिले में 20 व्यापारी चीनी का थोक व्यवसाय करते हैं। यहां चीनी लखनऊ, लखीमपुर व गोरखपुर के मिलों से सप्लाई होती है। जिले में प्रतिदिन 900 क्विटल खपत होती है। दाम बढ़ने के पीछे मिलों से सप्लाई की कमी बताई जा रही है।

----

बोले व्यापारी

चीनी पर सरकार का कंट्रोल होता है। उत्पाद से अधिक मांग होने पर रेट में उछाल हो जाता है। एक सप्ताह में चीने के भाव में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है।

-मुन्ना जी, थोक व्यापारी, चमन सिंह बाग रोड

---

चीनी के भाव आए दिन उतार चढ़ाव हो रहा है। मिलों में चीनी की कम सप्लाई इसके पीछे है। त्योहार के सीजन शुरू होने वाले हैं। इसकी खपत भी बढ़ेगी। ऐसे में भाव स्थिर नहीं होने से व्यवसाय में भी दिक्क्त हो रही है।

-पवन गुप्ता, थोक व्यापारी, गुदरी बाजार

--

लखीमपुर खीरी से चीनी जिले में आती है। मिल से कम सप्लाई होने के कारण रेट चढ़ गया है। थोक में दो से तीन रुपये का अंतर आया है। फुटकर में चीनी महंगी मिल रही है। ऐसे में आम जनता पर असर पड़ेगा।

-अशोक कुमार, चीनी व्यापारी

---

मंडी में ही चीनी महंगी मिल रही है। वहां से लाने पर भाड़ा व ढुलाई आदि खर्च जोड़ा जाता है। ऐसे में तीन से चार रुपये तक महंगा बेचना पड़ रहा है।

-युगुल गुप्ता, किराना व्यापारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.