कतर से आया कोरोना का संदिग्ध मरीज भर्ती
जिले के सीयर तहसील में रविवार रात को कोरोना संदिग्ध मरीज के प्रकाश में आने के बाद हड़कंप मचा है। हालांकि अभी उसकी रिपोर्ट नहीं आई है बावजूद लोग काफी सशंकित दिख रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बलिया : रविवार की रात कोरोना संदिग्ध मरीज के प्रकाश में आते ही हड़कंप मचा गया। हालांकि अभी उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इसके बावजूद लोग काफी सशंकित दिख रहे हैं। संदिग्ध मरीज 20 मार्च को कतर से मस्कट होते हुए वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचा था। फिर वहां से सड़क मार्ग से अपने घर बलिया के बिल्थरारोड आया। कतर के जिस विमान से यह व्यक्ति आया, उस विमान के कई यात्रियों के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी आला अधिकारियों को मिली थी। इस सूचना के बाद अफसरों ने पुलिस टीम भेजकर बिल्थरारोड से संदिग्ध मरीज को जिला अस्पताल लाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया।
चिकित्सकों की टीम संदिग्ध मरीज के जिला अस्पताल पहुंचते ही आइसोलेशन वार्ड में ले गई। फिर उसके रक्त का सैंपल जांच के लिए वाराणसी भेजा गया। इस बीच संदिग्ध मरीज के पूरे परिवार को विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों व शहरों से आए लोगों की भारी तादाद ने लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है। लोग भावी खतरा व सुरक्षा को लेकर काफी डरे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 206 लोगों को ट्रैस किया गया है। इसमें 176 लोगों को दो सप्ताह के एकांतवास में रहने की सलाह दी गई है। वहीं अब तक दो लोगों का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया है। इसमें एक की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने उसे क्वारंटाइन में रखा है।
संदिग्ध मरीज के प्रकाश में आने के बाद लोगों का कहना है कि एक तो जनता लॉकडाउन का पालन नहीं कर रही है, वहीं स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था भी भगवान भरोसे ही है। पिछले दो दिनों में बाहर से आए लोगों की भी सही ढंग से जांच नहीं हो पा रही है। अप्रवासी लोग विभिन्न बसों में ठूंस कर भरे जा रहे हैं। फिर उन्हें गंतव्य को रवाना किया जा रहा है। विभाग महज औपचारिकता पूरी कर लोगों को घर भेज दे रहा है। ऐसे में यदि कोर्द कोविड-19 का पॉजीटिव मरीज सामने आता है तो जिले की स्थिति काफी गंभीर हो जाएगी। जिसे रोक पाना जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के बस का नहीं रह जाएगा।